ओडिशा/पुरी(अंकित तिवारी)– प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पुरी समुद्र तट पर एक अद्वितीय रेत मूर्ति का अनावरण किया। यह कलाकृति कारीगरों की कला और उनकी अद्भुत प्रतिभा को सम्मानित करने के लिए बनाई गई है, जो सदियों से अपने कौशल और परंपराओं के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विरासत को सहेज रहे हैं।
पटनायक ने एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि यह योजना देश के कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भरता, आधुनिकता और व्यावसायिकता सिखाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जरिए हमारे कारीगर साथी आधुनिक औजारों और नई तकनीकों से लैस हो रहे हैं, जिससे वे सम्मान और सामर्थ्य के साथ बाजार से जुड़कर समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं।
इसके अलावा, देशभर में 800 से अधिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहाँ कारीगरों को नए युग की स्किल ट्रेनिंग और आधुनिक टूल किट प्रदान किए जा रहे हैं। इस प्रयास का उद्देश्य यह है कि भारत के कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पाद न केवल देश में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पहचान बनाएं।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कारीगरों को सशक्त बनाना है, ताकि वे एक नए आत्मविश्वास के साथ उभरते भारत की परिकल्पना को साकार कर सकें।