उत्तराखंड/ऋषिकेश(अंकित तिवारी)- एम्स, ऋषिकेश में शुक्रवार को छठी नेशनल कांफ्रेंस ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर का शुभारंभ हुआ। “प्राइमरी केयर फिजिशियन आर द फाउंडेशन ऑफ पब्लिक हेल्थ सिस्टम” थीम पर आधारित यह तीन दिवसीय सम्मेलन देशभर के फैमिली मेडिसिन विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर सामुदायिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा करेगा।
एम्स की कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह की देखरेख में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड एनएचएम मिशन की डायरेक्टर श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया और चिकित्सा महानिदेशक डॉ. तारा आर्या ने किया।
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती भदौरिया ने आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकार की प्राइमरी केयर सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में की जा रही कोशिशों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर दिया कि जनस्वास्थ्य में सुधार के लिए प्राइमरी केयर में प्रशिक्षण और रिसर्च को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक है। एनएचएम, इस दिशा में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा।
चिकित्सा महानिदेशक डॉ. तारा आर्या ने चिकित्सा पेशे की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मरीजों की सेवा में मानवीय व्यवहार और सकारात्मक माहौल का महत्व है। उन्होंने दूरदराज के क्षेत्रों में कार्यरत डॉक्टरों और नर्सों की सतत सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए एक संयुक्त टीम बनाने की आवश्यकता है।
सम्मेलन में एम्स की डीन एकेडमिक प्रोफेसर डॉ. जया चतुर्वेदी, एम्स आउटरीच सेल के नोडल ऑफिसर एवं सीएफएम विभाग के अपर आचार्य डॉ. संतोष कुमार, एएफपीआई के प्रेसिडेंट डॉ. रमन कुमार, प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ नर्सिंग डॉ. स्मृति अरोड़ा, और डॉ. प्रमेंद्र गुप्ता सहित अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए।