ऋषिकेश(अंकित तिवारी): एम्स, ऋषिकेश के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के छात्रों ने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ में आयोजित प्रथम राष्ट्रीय इमरजेंसी एंड क्रिटिकल केयर कॉन्फ्रेंस, नेमिकॉन-2024 में शानदार प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के विद्यार्थियों ने बीते 5 और 6 अक्टूबर-2024 को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ में आयोजित प्रथम राष्ट्रीय इमरजेंसी एंड क्रिटिकल केयर कॉन्फ्रेंस, नेमिकॉन- 2024 में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल किए हैं। , जो चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
एम्स की कार्यकारी निदेशक, प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने छात्रों की इस सफलता की सराहना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि आपातकालीन देखभाल के मानकों को ऊँचा उठाने और भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा देने में सहायक है।प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि छात्रों की यह प्रतिबद्धता उनके समर्पण और विशेषज्ञता निसंदेह इस क्षेत्र को ऊंचा उठाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन संस्थान के बेहतर शैक्षणिक कार्यक्रमों और अभिनव शोध पहलों का प्रमाण है।
सम्मेलन में आपातकालीन चिकित्सा विभाग की प्रमुख, डॉ. निधि कैले को सर्वश्रेष्ठ दूरदर्शी शोधकर्ता पुरस्कार से नवाजा गया। उनके नेतृत्व में विभाग ने नवाचार अनुसंधान और असाधारण रोगी देखभाल को बढ़ावा दिया है, जिसमें प्रतिदिन 200 से अधिक आपात रोगियों को उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा दी जाती है।
डॉ. अजय और डॉ. ज्योति ने पोस्टर प्रेजेंटेशन में द्वितीय रनरअप का पुरस्कार प्राप्त किया। संस्थान की डीन (अकादमिक), प्रोफेसर (डॉ.) जया चतुर्वेदी ने बताया कि यह उपलब्धि विभाग के प्रयासों का प्रमाण है और यह छात्रों को उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करेगी।
एम्स, ऋषिकेश इस प्रकार की उपलब्धियों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा में सकारात्मक बदलाव लाने वाले पेशेवरों को पोषित और प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। संस्थान एक सहायक वातावरण प्रदान करने में तत्पर है, जो अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देता है।