कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कर्णप्रयाग में शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक पहल देखने को मिली, जब अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी अग्रवाल जातीय कोष, मुंबई ने जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षा सहायता प्रदान की। इस विशेष कार्यक्रम के अंतर्गत 30 छात्र-छात्राओं को ₹2,000 प्रति व्यक्ति की आर्थिक सहायता दी गई, जिससे कुल ₹60,000 की राशि वितरित की गई। इस योगदान ने न केवल विद्यार्थियों के शैक्षिक सफर को मजबूत किया, बल्कि उनके भविष्य निर्माण के प्रति नई ऊर्जा का संचार भी किया।
मित्तल चैरिटीज, मुंबई के ट्रस्टी श्री सुरेश मित्तल ने कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़ते हुए शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा ही वह साधन है, जो जीवन में ऊंचाइयों को छूने का मार्ग प्रशस्त करता है। विद्यार्थी अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत करें और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी. एन. खाली ने अपने उद्बोधन में कहा, यह शिक्षा सहायता न केवल विद्यार्थियों के शैक्षिक विकास में सहायक होगी, बल्कि उन्हें अपने भविष्य के प्रति और अधिक गंभीर एवं प्रतिबद्ध बनाएगी।प्रो. वी. एन. खाली ने इस सहायता को विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए मारवाड़ी अग्रवाल जातीय कोष और सुरेश मित्तल का आभार व्यक्त किया।और कहा यह सहयोग निसंदेह विद्यार्थियों को आगे बढ़ने और अपने लक्ष्य प्राप्त करने में प्रेरित करेगा।
महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रो. के. एल. तलवाड़ भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े । उन्होंने कहा कि ऐसी सहायता जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होती है और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाती है। और मित्तल महिला महाविद्यालय, सरदारशहर, राजस्थान के प्राचार्य डॉ. मृत्युंजय पारीक ने भी ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने आत्मनिर्भरता और शिक्षा की महत्ता पर बल दिया।
समिति संयोजक डॉ. मदन लाल शर्मा ने मित्तल चैरिटीज का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा, पिछले सत्र में जहां 15 विद्यार्थियों को ₹30,000 की सहायता प्रदान की गई थी, वहीं इस बार यह राशि बढ़ाकर 30 विद्यार्थियों के लिए ₹60,000 कर दी गई है। यह कोष शिक्षा क्षेत्र में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करेगा ।पिछले वर्ष की तुलना में इस बार सहायता राशि दोगुनी कर 30 विद्यार्थियों तक पहुंचाई गई।
इस कार्यक्रम में मित्तल महिला महाविद्यालय, सरदारशहर, राजस्थान के प्राचार्य डॉ. मृत्युंजय पारीक ने भी ऑनलाइन माध्यम से शिरकत की और विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व को समझते हुए आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
यह कदम न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करता है, बल्कि सामाजिक दायित्व के प्रति एक नई दिशा दिखाता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कीर्तिराम डंगवाल ने कियाइस अवसर पर डॉ. हिना नौटियाल, डॉ. स्वाति सुंदरियाल, डॉ. सुशील चंद्र सती, जे. एस. रावत, महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। महाविद्यालय परिवार ने मारवाड़ी अग्रवाल जातीय कोष के प्रति आभार प्रकट करते हुए इसे विद्यार्थियों के शैक्षिक उत्थान में एक सराहनीय योगदान बताया।
मारवाड़ी अग्रवाल जातीय कोष की यह पहल न केवल विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने का कार्य कर रही है, बल्कि शिक्षा के प्रति उनके दृष्टिकोण को और मजबूत कर रही है। महाविद्यालय परिवार ने इस योगदान को सराहा और इसे शैक्षिक उत्थान के लिए एक मील का पत्थर बताया।