कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): डा.शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत दो दिवसीय स्टार्ट-अप बूट कैंप का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में उद्यमिता के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद से आए विशेषज्ञ कपिल मौर्य ने विद्यार्थियों को उद्यमिता की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति वहां के युवाओं की सोच और महत्वाकांक्षाओं पर निर्भर करती है। जापान और चीन जैसे देशों ने अपने युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित किया, जिससे वे आज विश्व के विकसित देशों में शामिल हैं।
स्थानीय उत्पादों और स्वरोजगार पर जोर
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डा. वी.एन. खाली ने कहा कि उद्यमिता ही वह शक्ति है जो किसी राष्ट्र को विकास की ओर ले जा सकती है। इस अवसर पर डा. डी.एस. राणा ने स्वरोजगार एवं स्थानीय विकास पर बल देते हुए कहा कि युवाओं को अपने पारंपरिक और स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर नए उद्यम स्थापित करने चाहिए।
देवभूमि उद्यमिता योजना, देहरादून से आए मेंटर गिरधर बिष्ट ने विद्यार्थियों को स्थानीय उत्पादों के महत्व के बारे में बताया और ऐसे युवाओं के उदाहरण दिए जिन्होंने अपने नवाचारों से राज्य स्तर पर पहचान बनाई है।
विद्यार्थियों ने प्रदर्शित किए नवाचारयुक्त उत्पाद
इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपने बनाए हुए उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई। प्रदर्शनी में कई ऐसे उत्पाद शामिल थे जो पर्यावरण के अनुकूल थे और प्लास्टिक के पुनः उपयोग से बनाए गए थे।
वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक डा. हरीश रतूड़ी ने कहा कि महत्वाकांक्षी विद्यार्थी निश्चित रूप से उद्यमिता के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इसी क्रम में, महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी डा. हरीश बहुगुणा ने कहा कि स्थानीय और जैविक उत्पादों के माध्यम से उत्तराखंड को नई पहचान दिलाई जा सकती है।
कार्यक्रम का सफल संचालन डा. मदन लाल शर्मा ने किया। इस अवसर पर डा. कविता पाठक, डा. शालिनी सैनी, डा. अखिलेश कुकरेती, डा. शीतल देशवाल, डा. कमल किशोर द्विवेदी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।