ऋषिकेश(अंकित तिवारी): उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित “हिमवंत कवि चंद्रकुंवर बतर्वाल की साहित्यिक विरासत” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का प्रवेशोत्सव पोस्टर आज जारी किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी और हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मोहन पवार की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।
संगोष्ठी का आयोजन साहित्य और संस्कृति के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। संगोष्ठी की संयोजिका प्रो. गुड्डी पंवार ने चंद्रकुंवर बतर्वाल के काव्य और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण, शिक्षाविद, छात्र-छात्राएं और अन्य प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस अवसर पर उत्तराखंड मुख्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. सिद्धार्थ पोखरियाल, पौड़ी परिसर के निदेशक प्रो. एम सी पुरोहित, सहायक क्षेत्रीय निदेशक पंकज कुमार और तरुण नेगी भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम ने साहित्यिक समाज को एक मंच पर लाकर चंद्रकुंवर बतर्वाल की काव्य धरोहर को पुनः प्रकट किया और युवाओं को प्रेरित करने का काम किया।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस तरह के कार्यक्रम साहित्य और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।