देहरादून(अंकित तिवारी): राजधानी देहरादून की जोगीवाला स्थित आर.के.पुरम आवासीय कॉलोनी में पिछले कई महीनों से बंदरों का आतंक बना हुआ था। सुबह-शाम गलियों में झुंड बनाकर घूमने वाले ये बंदर न केवल घरों में घुसकर रसोई और बगीचों में नुकसान पहुंचा रहे थे, बल्कि महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर हमला कर उन्हें घायल भी कर रहे थे। कॉलोनीवासियों के लिए यह रोज़ का डर और परेशानी बन गया था।
समस्या के समाधान के लिए निवासियों ने संगठित होकर प्रभागीय वनाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और बंदर पकड़ने की मांग उठाई। उनकी इस पहल का असर शनिवार को देखने को मिला, जब वन विभाग ने नजीबाबाद से विशेष टीम बुलाकर अभियान छेड़ा।
वन बीट अधिकारी अंकित नेगी और सहायक वन बीट अधिकारी जी. विनोद की देखरेख में टीम ने कॉलोनी में पिंजरे लगाए और बड़ी मशक्कत के बाद 15 बंदरों को पकड़ने में सफलता पाई। बंदर पकड़ने वाली टीम के मुखिया बुन्दू और उनके सहयोगियों ने सावधानी और अनुभव से काम करते हुए इन्हें पिंजरे में कैद किया और अपने साथ ले गए।
कॉलोनी के संरक्षक केशर सिंह ऐर ने बताया कि यह कदम बेहद जरूरी था, क्योंकि बंदर हिंसक प्रवृत्ति के हो गए थे और कई बार लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए। उन्होंने कहा कि अभी सभी बंदरों को पकड़ना बाकी है, लेकिन यह एक सकारात्मक शुरुआत है जिसने निवासियों को बड़ी राहत दी है।
इस अभियान में सहयोग देने वालों के प्रति भी उन्होंने आभार व्यक्त किया। साईं सृजन पटल, महिला समिति, वर्तमान व पूर्व पार्षद और स्थानीय निवासियों ने एकजुट होकर इस कार्य में सहयोग किया। कॉलोनी समिति के सदस्यों ने टीम की मेहनत की सराहना करते हुए बुन्दू और उनके साथियों को नकद इनाम भी भेंट किया।
राहत की सांस लेते हुए कॉलोनीवासी अब उम्मीद जता रहे हैं कि वन विभाग भविष्य में भी इसी तरह सहयोग करता रहेगा और बचे हुए बंदरों को जल्द ही काबू में कर लेगा।





