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एम्स ऋषिकेश में गूंजेगी आर्मी बैंड की धुनें

राष्ट्रीय पर्वों व विशिष्ट समारोहों पर पूर्व सैनिकों की टोली बजाएगी जोश और उत्साह भरने वाली देशभक्ति की सुर लहरियां

ऋषिकेश (अंकित तिवारी): अब राष्ट्रीय पर्वों और विशिष्ट समारोहों पर एम्स ऋषिकेश का अपना आर्मी पाइप बैंड परिसर में जोश और उत्साह की नई लहर भर देगा। संस्थान ने अपनी सुरक्षा टीम के 12 पूर्व सैनिकों को मिलाकर एक विशेष बैंड टोली का गठन किया है, जिसमें प्रशिक्षित पाइपर, बिगुलर, ड्रमर और बैंड मास्टर शामिल हैं। यह टोली देशभक्ति की मधुर और जोशपूर्ण धुनों से राष्ट्रीय पर्वों, विशिष्ट अतिथियों के स्वागत और अन्य औपचारिक कार्यक्रमों को गरिमामय बनाएगी।

हाल ही में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के अवसर पर इस बैंड टीम ने संस्थान की तिरंगा यात्रा में पहली शानदार प्रस्तुति दी। परिसर के मार्गों में निकली इस यात्रा का नेतृत्व संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने किया। उन्होंने न केवल स्टाफ और विद्यार्थियों में उत्साह का संचार किया, बल्कि बैंड टोली के प्रति विशेष सराहना और उत्साहवर्धन भी किया।

सुरक्षा विभाग के उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी कमान्डेंट अनिल चन्द्र सिंह ने बताया कि बैंड में 2 बैंड मास्टर, 6 पाइपर, 2 बिगुलर, 1 बेस ड्रमर और 1 ट्रैनर ड्रमर शामिल हैं। इन सभी पूर्व सैनिकों को ड्यूटी समय के अतिरिक्त विशेष अभ्यास और प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है।

पूर्व में एम्स प्रशासन राष्ट्रीय पर्वों या उच्चस्तरीय कार्यक्रमों के दौरान आर्मी अथवा आईटीबीपी के माध्यम से पाइप बैंड मंगवाता था, लेकिन अब संस्थान की अपनी बैंड टीम उपलब्ध रहेगी। इस टीम द्वारा बैगपाइपर व ड्रम जैसे वाद्ययंत्रों पर बजाई जाने वाली जोशपूर्ण धुनें कार्यक्रमों में अनुशासन, उत्साह और भावनात्मक गरिमा का संचार करेंगी।

कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा, कि “विशेष अवसरों पर आर्मी बैंड की आवश्यकता को देखते हुए यह व्यवस्था की गयी है। संस्थान में सेवा दे रहे सभी सुरक्षा गार्ड पूर्व में भारतीय सेना के अंग रहे हैं और इनमें से कुछ पाइप बैंड वाद्ययंत्रों के ज्ञाता हैं। सुरक्षा विभाग द्वारा पाइप बैंड के प्रति उत्साह और अनुभव को देखते हुए बैंड टोली बनाने का निर्णय लिया गया।”

इस पहल से न केवल राष्ट्रीय पर्वों पर देशभक्ति का विशेष वातावरण बनेगा, बल्कि पूर्व सैनिकों के अनुभव और प्रतिभा को एक नई पहचान भी मिलेगी।

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