उत्तराखंड//देहरादून
राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री आवास घेराव से सरकार की नींद टूटी और मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से वार्ता की और एक सप्ताह के भीतर शिक्षकों की मांगों पर कार्रवाई की बात कही। बीते कल 17 सितंबर को राजधानी देहरादून में उत्तराखंड के सभी जनपदों के शिक्षक अवकाश के दिन सड़कों पर उतर आए और अपनी विभिन्न लंबित मांगों के समर्थन में जबरदस्त नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया।
शिक्षकों का आरोप था कि दो वर्ष पूर्व शिक्षा मंत्री जी के साथ जिन मुद्दों पर सहमति बनी थी उस पर अमल नहीं हुआ। सड़कों पर उतरे शिक्षकों ने अनुशासित ढंग से राजधानी में प्रदर्शन करके सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
मुख्यमंत्री से वार्ता में राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के अध्यक्ष राम सिंह चौहान, महामंत्री रमेश पैन्यूली, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल, मंत्री हेमंत पैन्यूली, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष गोकुल सिंह मर्तोलिया, मंत्री रवि शंकर गुसाईं, उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी, जनपद अध्यक्ष पिथौरागढ़ और जनपद अध्यक्ष रुद्रप्रयाग शामिल रहे।
मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी से हुई वार्ता सकारात्मक रही है और उम्मीद की जानी चाहिए कि परिणाम भी सकारात्मक ही रहेगा। उन्होंने शिक्षकों से एक सप्ताह का इंतजार करने का आग्रह किया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यदि अबकी बार हमारे साथ फिर छलावा हुआ तो फिर आर या पार……..
शिक्षकों की मुख्य मांग विभागीय सीमित प्रधानाचार्य भर्ती परीक्षा निरस्त करना, पदोन्नति एवं स्थानान्तरण के अलावा गत वर्ष से लंबित 34 सूत्रीय मांगे हैं।





