प्रतीत नगर, रायवाला(अंकित तिवारी):लोक कल्याण समिति के तत्वावधान में आयोजित चतुर्थ श्री रामलीला महोत्सव में शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2025 को श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों का मंचन किया गया। इस दिन के कार्यक्रम में कुल छह मुख्य दृश्य प्रस्तुत किए गए, जिनमें पंचवटी, शूर्पणखा नासिका छेदन, खर-दूषण वध और रावण-मारीच संवाद प्रमुख आकर्षण रहे।
महत्वपूर्ण दृश्यों में भगवान श्रीराम का अत्री आश्रम, जटायु से भेंट, पंचवटी में लक्ष्मण का पर्णकुटी निर्माण और शूर्पणखा का राम से प्रणय निवेदन, उसके बाद लक्ष्मण द्वारा नासिका छेदन तथा खर-दूषण का वध दर्शाया गया। इन दृश्यों ने दर्शकों को रामायण की गहरी शिक्षाओं से अवगत कराया और राम के संघर्षों को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम में राम के विभिन्न पात्रों की भूमिकाओं में सौरभ चमोली (राम), जयंत गोस्वामी (लक्ष्मण), नितीश सेमवाल (सीता), और राहुल प्यारे (सुन्दरी सुपर्णखा) सहित कई अन्य कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय किया, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया।
लोक कल्याण समिति के प्रवक्ता श्री विरेन्द्र नौटियाल (वीरू) ने बताया कि रामलीला का मंचन न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में धार्मिक और नैतिक मूल्यों की पुनःस्थापना का एक माध्यम भी है।
इस कार्यक्रम के दौरान देश-विदेश के लोग भी ऑनलाइन जुड़कर इस धार्मिक अनुष्ठान का आनंद लेते हुए कलाकारों की सराहना करते रहे। समिति के अध्यक्ष गंगाधर गौड़, उपाध्यक्ष बालेन्द्र सिंह नेगी, सचिव नरेश थपलियाल सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रामलीला महोत्सव में दर्शकों की संख्या ने एक बार फिर साबित कर दिया कि रामकथा का प्रभाव समय और स्थान की सीमाओं से परे है, और यह सदियों से लोगों के दिलों में बसी हुई है।