कर्णप्रयाग (अंकित तिवारी) : डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कर्णप्रयाग के वाणिज्य संकाय द्वारा आगामी 6-7 दिसंबर को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन का शीर्षक है “एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट, एंटरप्रेन्योरशिप एंड इकोनॉमिक डेवलपमेंट: पाथवेज टू ग्लोबल प्रॉस्पेरिटी”, जो वैश्विक प्रगति के संदर्भ में शिक्षा, रोजगार, उद्यमिता और आर्थिक विकास पर विचार विमर्श करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
यह आयोजन सोशल साइंस एंड मैनेजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन और इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ टीचर्स, एडमिनिस्ट्रेटर्स एंड रिसर्चर्स (ISTAR), बैंकॉक (थाईलैंड) के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इसके उद्देश्य के बारे में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह ने कहा कि यह सम्मेलन शोधार्थियों और शैक्षिक क्षेत्र के विशेषज्ञों के लिए अत्यधिक लाभकारी होगा। विभिन्न देशों के विद्वान और विशेषज्ञ इस मंच पर अपनी विचारधारा और शोध प्रस्तुत करेंगे, जिससे वैश्विक दृष्टिकोण प्राप्त होगा और व्यावहारिक समझ में वृद्धि होगी।
सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख वक्ता और विशेषज्ञ शामिल होंगे, जिनमें प्रमुख रूप से:
- प्रो. प्रमोद कुमार, कुलपति, अभ्युदय विश्वविद्यालय, मध्यप्रदेश
- डॉ. रोमिल वी. टेबुला, सीईओ और संस्थापक, ISTAR, बैंकॉक, थाईलैंड
- प्रो. रानियां लैम्पू, ग्रीक शिक्षा मंत्रालय
- प्रो. एस.के. श्रीवास्तव, पूर्व डीन, वाणिज्य विभाग, एच एन बी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय
- प्रो. कुलवंत सिंह पठानिया, पूर्व डीन, वाणिज्य विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय
- प्रो. कंचन लता सिन्हा, पूर्व डीन, वाणिज्य विभाग, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय
- प्रो. राजेंद्र कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय
- डॉ. सविता मिश्रा, प्राचार्य, विद्या सागर महाविद्यालय, पश्चिम बंगाल
- डॉ. ए.एन. सिंह, प्राचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर
- प्रो. प्रीति रानी, हेड, वाणिज्य विभाग, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार
- डॉ. राम सिंह, सिंबायोसिस विश्वविद्यालय, इंदौर
- डॉ. नीरज कुमार, राजकीय गर्ल्स महाविद्यालय, बेहट, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश
इसके अतिरिक्त, इस सम्मेलन में अन्य शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं का भी शामिल होना तय है। सम्मेलन में भाग लेने के लिए एब्स्ट्रैक्ट भेजने की अंतिम तिथि 3 दिसंबर है और पूर्ण शोध-पत्र भेजने की अंतिम तिथि 6 दिसंबर निर्धारित की गई है। चयनित शोध-पत्रों का प्रकाशन इंटरनेशनल जर्नल ऑफ सोशल साइंस एंड मैनेजमेंट स्टडीज में किया जाएगा, जिसका इम्पैक्ट फैक्टर 5.2 है।
कॉन्फ्रेंस के संयोजक डॉ. रवीन्द्र कुमार ने बताया कि यह सम्मेलन शिक्षा, रोजगार, उद्यमिता और आर्थिक विकास के विभिन्न पहलुओं पर अंतर्राष्ट्रीय संवाद और विचार-विमर्श को बढ़ावा देगा।
यह सम्मेलन न केवल भारत बल्कि अन्य देशों के शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों के बीच एक महत्वपूर्ण संवाद का अवसर प्रदान करेगा, जिससे वैश्विक स्तर पर सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में नए रास्ते खुलेंगे।




