ऋषिकेश(अंकित तिवारी): पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में आज उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के पंजीकृत छात्र-छात्राओं के लिए एक भव्य दीक्षारम्भ समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में परिसर के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर पी के सिंह ने भाग लिया और अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सराहनीय कार्य की सराहना की।
उन्होंने कहा, “उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय उन छात्रों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है, जिन्हें पारिवारिक परिस्थितियों के कारण रोजगार के साथ अपनी शिक्षा पूरी करने का अवसर नहीं मिल पाता। इस विश्वविद्यालय के माध्यम से उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अनमोल मौका मिल रहा है।”
इस दौरान, कुलपति द्वारा छात्रों को निशुल्क पुस्तक वितरण कार्यक्रम की सराहना भी की गई, और ऋषिकेश अध्ययन केंद्र की प्रशंसा की गई।
कार्यक्रम में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक गोविन्द सिंह ने भी छात्रों को विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के हल्द्वानी परिसर में 25 एकड़ भूमि में ग्रीन कैम्पस है, जिसमें 90 से अधिक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसके तहत ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य उन विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करना है, जो किसी कारणवश पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था से वंचित रह गए हैं। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम ऑनलाइन उपलब्ध हैं और छात्रों को उनके विषयों से संबंधित नोट्स, प्रोफेसरों के लेक्चर, एफएम और प्रोडकास्ट के माध्यम से शिक्षा दी जाती है।
इस अवसर पर ऋषिकेश परिसर के समन्वयक डॉ एस के कुडियाल ने विश्वविद्यालय के पंजीकृत विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं, विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. एस.पी. सती ने बताया कि कई ऐसे विद्यार्थी हैं, जो अच्छे अंक प्राप्त होने के बावजूद नियमित कोर्स में प्रवेश नहीं पा पाते, लेकिन वे उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त कर सरकारी और निजी क्षेत्र में उच्च पदों पर कार्यरत हैं।
इस दीक्षारम्भ समारोह में ऋषिकेश परिसर के 90 शिक्षार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन करते हुए, सह-समन्वयक डॉ श्रीकृष्ण नौटियाल ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस आयोजन में ऋषिकेश परिसर के प्राध्यापक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।







