ऋषिकेश(अंकित तिवारी): अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के भौतिक चिकित्सा एवं पुनर्वास विभाग (पीएमआर) ने आज अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर वर्ष 2025 की थीम “सामाजिक प्रगति के लिए दिव्यांगता समावेशी समाज का संवर्धन” को केंद्र में रखते हुए दिव्यांगजनों के समाज में योगदान और उनकी सामाजिक समावेशिता पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और अतिथि वक्ताओं ने समाज की मुख्यधारा में दिव्यांगजनों के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और उनके लिए समाज में समान अवसर और सहायक संसाधनों की उपलब्धता आवश्यक है।
एम्स की कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा, “दिव्यांगजनों को जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए। वे अपनी जन्मजात या दुर्घटनाजनित दिव्यांगता से कभी हार नहीं मानें। आज की चिकित्सा तकनीकी में वे पुनः अपने जीवन को सामान्य बना सकते हैं।” उन्होंने आगे बताया कि एम्स संस्थान में दिव्यांगजनों के लिए रोबोटिक्स रिहेबिलिटेशन जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो उनकी क्षमता को पुनः स्थापित करने में सहायक हैं। बायोनिक हैंड जैसी सुविधाओं के माध्यम से दिव्यांगजन अपने दैनिक कार्यों को पूर्व की भांति कर सकते हैं।
विभागाध्यक्ष, डॉ. राजकुमार यादव ने बताया, “हमारे विभाग में दिव्यांगजनों को शारीरिक रूप से सक्षम बनाने के लिए सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध हैं। दुर्घटनाओं में प्रभावित अंगों को पुनः कार्यशील बनाने के लिए हम लगातार प्रयासरत रहते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि यदि किसी कारणवश व्यक्ति की शारीरिक क्षमताओं का पुनर्निर्माण संभव नहीं हो पाता, तो उसे बाहरी उपकरणों के माध्यम से सहारा दिया जाता है, ताकि वह अपनी कार्यक्षमता को बढ़ा सके।
इस अवसर पर लगभग 20 दिव्यांगजनों को एलिम्को के सहयोग से सहायक उपकरण जैसे वाकर, ट्राइसाइकिल, कमोडचेयर, और केन छड़ी वितरित किए गए। कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगजनों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें दिव्यांगजन सक्रिय रूप से शामिल हुए। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रोफेसर डॉ. बिनय कुमार बस्तिया, प्रोफेसर डॉ. प्रशांत पाटिल, और प्रोफेसर डॉ. रश्मि मल्होत्रा शामिल रहे। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में पीएमआर विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर्स, अन्य स्टाफ सदस्य और एलिम्को की प्रतिनिधि दीप्ति सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया।
डॉ. इंदुलेखा, डॉ. राहुल शर्मा और नीलाक्षी तंवर द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया।
इस आयोजन का उद्देश्य दिव्यांगजनों के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना और उनके समाज में समावेशिता को प्रोत्साहित करना था, जिससे वे समाज के समग्र विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।




