नैनीताल//भीमताल
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, भीमताल, नैनीताल मे दिनांक 5-12-25 और 6-12-25 को CWSN बच्चों के अध्यापकों, अभिभावकों एवं DElEd प्रशिक्षुओ हेतु परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उदघाटन करते हुवे डाइट प्राचार्य श्री सुरेश चंद्र आर्य ने CWSN बच्चों के समावेशन हेतु और इन बच्चों को सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को इन तक पहुंचाने हेतु सभी से प्रयास किये जाने की आवश्यता पर बल दिया।
कार्यक्रम समनवयक डॉ. सुमित पाण्डे द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य, समावेशी शिक्षा की आवश्यकता और RPWD एक्ट पर चर्चा की। कार्यशाला में 9O प्रतिभागियों और 7 सन्दर्भदाताओ ने प्रतिभाग किया। संदर्भदाता श्री कैलाश चंद्र जोशी द्वारा इंटेक्चुअल डिसेबिलिटी, cwsn बच्चों के गार्जनशिप के बिन्दुओ, निरामया हेल्थ इंसोरेंस सहित प्रतिभागियों के प्रश्नों /जिज्ञासाओ का समाधान किया। श्री गोविन्द मेहरा सचिव रोशनी सोसाइटी और DDRC ने cwsn बच्चों के अधिकारों का उलंघन होने पर विभिन्न न्यायिक प्रावधानो, cwsn सर्टिफिकेशन और रोशनी सोसाइटी द्वारा cwsn बच्चों हेतु किये कार्यों को विस्तार से बताया। जय शारदा जनकल्याण समिति (सेवालय) संस्थान, हल्द्वानी के सचिव श्री रोहित जोशी द्वारा डेफ और डम बच्चों के समायोजन में आने वाली समस्यायों और इसके निदान पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने साइन लैंग्वेज की सभी प्रतिभागियों को प्रैक्टिस करवा कर कार्यशाला को जीवंत किया। CWSN काउंसलर और अध्यापक श्रीमती अमिता देवली द्वारा स्कूल में समावेशी वातावरण बनाने के लिए विभिन्न प्रयासो को साझा किया। सृजन स्कूल, हल्द्वानी के संचालक श्री नंदन कांडपाल द्वारा गर्भावस्था से लेकर 1 साल तक बच्चे के विकास, उनमे आने वाली दिव्यांग्गता, कारण और समाधान पर चर्चाऔर वीडियो प्रेजेंटेशन किया। इस कार्यशाला में VMK पब्लिक स्कूल से राखी पाठक, डॉ. पी. एस. बुंगला, डॉ. शैलेन्द्र धपोला, डॉ. हेम चन्द्र तिवारी और डॉ पी. एस. मावड़ी आदि उपस्थित रहे।






