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“कर्णप्रयाग महाविद्यालय में छात्रवृत्ति से छात्रों को मिली उम्मीद की नई किरण”

अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी अग्रवाल जातीय कोष के सहयोग से कर्णप्रयाग महाविद्यालय में शिक्षा सहायता छात्रवृत्ति वितरण समारोह आयोजित

कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी अग्रवाल जातीय कोष के सहयोग से शिक्षा सहायता छात्रवृत्ति वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मित्तल चैरिटीज, मुंबई का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा, जिसके माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर और मेधावी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंगलाचरण “या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता…” से हुई। इस अवसर पर मित्तल चैरिटीज, मुंबई के ट्रस्टी एवं समाजसेवी सुरेश मित्तल मुख्य अतिथि के रूप में ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े। वरिष्ठ शिक्षाविद् प्रो. के. एल. तलवाड़ विशिष्ट अतिथि के रूप में वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह ने की।

कार्यक्रम के दौरान शिक्षा सहायता समिति के संयोजक डॉ. मदन शर्मा ने बताया कि इस शिक्षा सहायता छात्रवृत्ति से उन विद्यार्थियों को लाभ मिल रहा है, जो आर्थिक कारणों से अपनी उच्च शिक्षा जारी रखने में कठिनाइयों का सामना कर रहे थे। उन्होंने इस पहल के लिए सुरेश मित्तल के समर्पण और सामाजिक दायित्वबोध को सराहते हुए कहा कि उनके सहयोग से कई मेधावी विद्यार्थियों को शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिल रहा है। डॉ. शर्मा ने बताया कि इस छात्रवृत्ति को पिछले तीन वर्षों से निरंतर दिया जा रहा है और अब तक महाविद्यालय को कुल 1.50 लाख रुपये की शिक्षा सहायता प्राप्त हो चुकी है।

विशिष्ट अतिथि प्रो. के. एल. तलवाड़ ने विद्यार्थियों को निरंतर परिश्रम, अनुशासन और नैतिक मूल्यों के साथ जीवन में आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है और विद्यार्थियों को इसे सच्चे उद्देश्य के साथ अपनाना चाहिए।

मुख्य अतिथि सुरेश मित्तल ने अपने संबोधन में कहा, “शिक्षा समाज के विकास की सबसे मजबूत नींव है। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी प्रतिभाशाली विद्यार्थी केवल आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित न रह जाए।” उन्होंने मित्तल चैरिटीज के माध्यम से इस विचार को आगे बढ़ाने के अपने प्रयासों की जानकारी दी।

कार्यक्रम में उपस्थित मित्तल कॉलेज सरदारशहर (राजस्थान) के प्राचार्य डॉ. मृत्युंजय पारीक ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा, “शिक्षा केवल ज्ञानार्जन का माध्यम नहीं, बल्कि यह व्यक्तित्व निर्माण, सामाजिक सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण की आधारशिला है।”

कार्यक्रम के दौरान चयनित 30 छात्र-छात्राओं को दो-दो हजार रुपये की सहायता छात्रवृत्ति राशि प्रदान की गई। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह ने कार्यक्रम के समापन पर मित्तल चैरिटीज, अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी अग्रवाल जातीय कोष, शिक्षा सहायता समिति, अतिथियों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने डॉ. मदन शर्मा के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके अथक प्रयासों से ही यह छात्रवृत्ति कर्णप्रयाग जैसे सुदूर स्थान तक पहुँच सकी है।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. स्वाति सुन्दरियाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर शिक्षा सहायता समिति के अन्य सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार पाण्डेय, डॉ. हिना नौटियाल, डॉ. कीर्तिराम डँगवाल, मुकेश कंडारी और महाविद्यालय के अनेक प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

यह कार्यक्रम कर्णप्रयाग महाविद्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में एक नए आयाम की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जो समाज के कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए उम्मीद की एक किरण साबित हो सकता है।

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