कर्णप्रयाग (अंकित तिवारी)। डा. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में ‘समान नागरिक संहिता एक कदम समानता की ओर’ विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे यह कार्यक्रम और भी महत्वपूर्ण बन गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आर.ए. सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “उत्तराखंड स्वतंत्रता के बाद पहला राज्य है, जिसने समान नागरिक संहिता लागू की है। यह कानून महिलाओं को लैंगिक समानता और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करेगा।” उन्होंने इसके महत्व को बताते हुए इसे समाज में समानता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
कार्यक्रम में डॉ. बी.सी.एस. नेगी ने भी समान नागरिक संहिता के महत्व पर चर्चा करते हुए इसे लैंगिक समानता, सामाजिक न्याय और धार्मिक समानता के दृष्टिकोण से एक सराहनीय प्रयास बताया। इसके बाद निबंध प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किए गए। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रिया रतूड़ी (बीएससी पंचम सेमेस्टर), द्वितीय स्थान अमीषा (बीएससी पंचम सेमेस्टर), और तृतीय स्थान बलवंत सिंह (एम.ए. प्रथम सेमेस्टर) ने प्राप्त किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. कमल किशोर द्विवेदी ने किया, और इसमें डॉ. चंद्रावती टम्टा, डॉ. नेहा तिवारी, डॉ. नरेंद्र पंघाल, डॉ. हरीश बहुगुणा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने समाज में समानता और न्याय की ओर एक ठोस कदम बढ़ाने की दिशा में विद्यार्थियों के बीच जागरूकता और प्रेरणा का काम किया।
यह आयोजन महाविद्यालय में सामाजिक मुद्दों पर संवाद और विमर्श को बढ़ावा देने के साथ-साथ छात्रों को सामाज में सुधार की दिशा में अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।





