उत्तराखंडदेश-विदेशयूथशिक्षा

“मयंक”का पहाड़ की पगडंडियों से आई आई टी तक का सफर


———————————-….मयंक बचपन से ही होनहार रहा है! रा.प्रा.वि.पांजणा रूद्रप्रयाग में प्रवेश लेने से पहले ही उसे किताब पढ़नी आ गई थी! गणित में जोड़ घटाव आते थे! उसके बाद उसकी पढ़ाई कार्मल स्कूल चम्बा,टिहरी में हुयी, जहाँ वह कक्षा एक से दसवीं तक टॉपर रहा! हाईस्कूल में 97.5%के साथ जनपद टिहरी का ICSE का द्वितीय टॉपर रहा है! 11वीं12वीं में सेंट जोसेफ़ ऐकेडमी, देहरादून में प्रवेश लिया तथा टॉप टेन टापर्स २हा! ISC 12th में 97.25% से परीक्षा उत्तीर्ण की! गणित विषय में 100 अंक प्राप्त किए!
JEE Main में 99.07% एवं JEE Advanced में 7101 common रैंक के साथ category में 174 रैंक प्राप्त की है! अपने पहले ही प्रयास में IIT में स्थान प्राप्त कर लिया है! मयंक का कहना है कि ‘यदि मुझे JEE Advanced की कोंचिग प्राप्त होती तो सम्भावना थी कि मैं और बेहतर कर लेता!”
इस सफलता से पूर्व मयंक ने कक्षा-5 की प्रवेश परीक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय पौखाल टिहरी में जनपद में पहला स्थान प्राप्त किया था! जिसमें 96/100 में से अंक प्राप्त किए थे!पुनः लेटरल एंट्री में कक्षा-9 में JNV पौखाल में प्रथम रैंक प्राप्त की! कक्षा -9वीं में All India General में 292 अंकों के साथ सैनिक स्कूल घोड़ाखाल हेतु भी चयन प्राप्त किया था! देश की प्रतिष्ठित राष्ट्रीय छात्रवृत्ति परीक्षा “राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा” भी उत्तीर्ण की हुयी है!डाॅ.अंबेडकर फेलोशिप हेतु भी नामित है! बैडमिंटन का राज्य स्तरीय खिलाड़ी भी २हा है! सौम्य एवं विन्रमता इस बच्चे की मौलिकता है! IIT करने के बाद सरकारी तंत्र में ही I.E.S परीक्षा उत्तीर्ण करके राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका हेतु संकल्पबद्ध है! CSE में IIT हैदराबाद अथवा अन्य में सीट मिल जायेगी किंतु Core Branch हेतु प्राथमिकता है…!
मयंक की माताजी गृहिणी हैं और पिता डॉक्टर पवन कुदवान शिक्षक हैं।
पुत्र मयंक की इस सफलता पर उनके पिता डॉ पवन कुदवान ने कहा कि मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हालांकि बेटे की इस उपलब्धि में शत प्रतिशत परिश्रम बालक मयंक का ही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button