संजय कृष्ण ध्यानी जी देवप्रयाग के मूल निवासी हैं। लगभग दो दशक पहले आप देहरादून के सुद्धोंवाला में आकर रहने लगे। संजय कृष्ण ध्यानी जी ने 1995 से गीत और भजन लिखने प्रारंभ कर दिए थे। उन्होंने अब तक 200 से अधिक गीत और भजन लिखे हैं और उनको गाया भी है। उनके गीतों में पहाड़ की पीड़ा, पलायन का दर्द झलकता है। संजय कृष्ण ध्यानी जी को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भजन गायन के लिए सम्मान पूर्वक बुलाया जाता है। संजय कृष्ण ध्यानी जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। गीत और संगीत से आपको बहुत लगाव है। आप हारमोनियम भी बजाते हैं। आपका कोमल कंठ गीतों को नई ऊंचाई दे रहा है। संजय कृष्ण ध्यानी जी निश्चित ही अपनी कला और प्रतिभा के बल पर बहुत उच्च शिखर तक पहुंचेंगे। आप सभी पाठकों का संजय कृष्ण ध्यानी जी से साक्षात्कार जल्दी ही कराया जाएगा।