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स्वरोजगार के क्षेत्र में मातृशक्ति के लिए प्रेरणास्रोत बनीं नूतन पन्त

उत्तराखंड//पौड़ी//हरिद्वार

भेंटवार्ता के क्रम में आज *कमल किशोर डुकलान जी की* मुलाकात हो रही है उत्तराखंड,पौड़ी गढ़वाल, चौबट्टाखाल तहसील ग्राम क्वीं मजगा़ंव की *नूतन पंत जी से* जो स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता में स्वरोजगार के लिए हमारी मातृशक्ति के लिए प्रेरक बनी हैं।
आपको बताते चलें कि नूतन पंत को उत्तराखंड सरकार द्वारा पिछले वर्ष सन् 2023 में महिला सशक्तिकरण एवं नारीशक्ति सम्मान *उत्तराखंड का गढ़ वीरांगना तीलू रौंतेली पुरस्कार से सम्मानित किया है।*
रिवर्स पलायन के इस दौर में उत्तराखंड का हर युवा आज जहां दस पन्द्रह हजार रुपए के रोजगार की तलाश में गांव से शहरों की ओर भाग रहा है तथा इस तपती गर्मी में शहरों की धूल फांक रहा है। वहीं पौड़ी गढ़वाल चौबट्टाखाल तहसील क्वीं मजगा़ंव की नूतन पंत ने सन् 2020 से अपनी पैतृक भूमि को ही स्वरोजगार का अपना साधन बनाया। *उन्होंने सन् 2020 में मशरुम की खेती से अपना स्वरोजगार प्रारम्भ किया था जो कि आज प्रतिदिन के हिसाब से उनके मशरुम फार्म में 30 किलो मशरुम का उत्पादन हो रहा है।* वर्तमान समय में नूतन पंत बताती है कि उन्होंने तीन फिश पौड पौल्ट्री फार्म निर्माण कर स्वावलंबन,आत्मनिर्भरता की ओर नारी सशक्तिकरण में एक सहासिक कदम बढ़ाया है। *नूतन पंत ने वर्तमान पीढ़ी को नौकर ने बनकर स्वयं मालिक बनकर स्वावलंबन की दिशा में एक सहासिक प्रयास किया है।*
नूतन पंत ने अपने क्षेत्र में स्वरोजगार के द्वारा यह सिद्ध किया है कि इस पलायन शादी युग में उत्तराखंड की नारियां आज भी किसी से कम नहीं हैं। स्वावलंबन और आत्मविश्वास के लिए प्रेरक बनी नूतन पंत को स्वरोजगार अपनाने वाली तीलू रौंतेली कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।

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