
मुख्यमंत्री जी ने आज दूनअस्पताल पहुंचकर भले ही वार्डों में जाकर मरीजों के हालचाल जाने हो,व अस्पताल में मरीजों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता को भी चेक किया हो,और कहते हुए कि मरीजों की सेवा भगवान की सेवा है मरीजों के साथ बड़ी ही मधुरता से व्यवहार किया जाए तो आधी बीमारी तो वैसे ही दूर हो जाती है जी हां यह सुनकर सभी ने मुख्यमंत्री जी की प्रशंसा की और की भी जानी चाहिए मगर दून अस्पताल की नई बिल्डिंग में घुसते ही जिन पंजीकरण वाली लाइनों में घंटों खड़े होने के बाद अच्छा खासा इंसान भी मरीज हो जाता है तो शायद इस ओर मुख्यमंत्री धामी जी का ध्यान नहीं गया तो सीएम साहब एक बार इस ओर भी ध्यान देने की कृपा कीजिएगा दून अस्पताल की नई बिल्डिंग में पंजीकरण के लिए चार काउंटर खोले गए हैं मगर मरीजों की संख्या अधिक होने से मरीजों को खड़े होने तक की जगह नहीं मिलती और फिर उसके बाद घंटों लाइन में खड़े होकर पर्चा बनाते हैं और फिर उसके बाद डॉक्टर साहब की लाइन में पंजीकरण लाइन में खड़े एक मरीज जगदीश जी से बात करने पर उन्होंने बताया कि वह अकेले ही आए हैं खुद ही लाइन में पर्चा बनाना है बहुत देर हो गई है हालत बहुत खराब हो रही है मगर यहां किसको बताऊं,तो मुख्यमंत्री साहब यहां जगदीश जी जैसे पता नहीं कितने लोग रोज यहां घंटों लाइन में लगकर पर्चा बनवाने के बाद अपना इलाज करवा रहे हैं




