“देहरादून”
संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक देहरादून में आयोजित की गई। नर्सिंग भर्ती में आ रही समस्याओं को लेकर सभी लोगों ने अपनी चिंता व्यक्त की और बाहरी राज्यों के आवेदकों को लेकर भारी रोष व्यक्त किया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजल्वाण ने बताया कि हमारी यह नर्सिंग की भर्ती 12 वर्षों बाद आई है। इस भर्ती में अन्य राज्यों के युवाओं द्वारा फर्जी स्थाई निवास बनाकर आवेदन किया जा रहा है। और कुछ लोग माननीय उच्च न्यायालय में गलत तथ्य रखकर प्रोविजनल परमिट पा गए हैं। हमारा संगठन इसका पुरजोर विरोध करता है। हमारे मेडिकल कॉलेजों में 1400 पद रिक्त हैं। उन पदों को जल्द विज्ञापित करने के लिए और बाहरी आवेदकों के आवेदन निरस्त करने के लिए पूरे प्रदेश के संविदा एवं बेरोजगार नर्सिंग अधिकारी 2 मार्च को सचिवालय घेराव करेंगे। जिसमें सरकार को नर्सिंग भर्ती में आ रही समस्याओं से अवगत कराया जाएगा। समूह “ग” के पद केवल और केवल उत्तराखंड के मूल निवासियों के लिए आरक्षित किए जाएं। जिससे कि पहाड़ का पानी और जवानी दोनों को काम में लाया जा सके, नहीं तो पहाड़ में पलायन इसी प्रकार होता रहेगा और प्रदेश का युवा बेरोजगार दर-दर भटकता रहेगा। संगठन द्वारा आज उत्तराखंड सर्विसेस नर्सेज एसोसिएशन की अध्यक्षा मीनाक्षी ज़ख्मोला और महामंत्री कांति राणा जी से मुलाकात की और नर्सिंग भर्ती में आ रही समस्याओं से अवगत कराया। और उनसे मांग की कि वह बाहरी राज्यों के आवेदकों के आवेदन निरस्त करने के लिए प्रदेश के नर्सिंग बेरोजगारों का साथ दें और प्रदेश के बेरोजगारों के हित में हमारी लड़ाई में हमारा साथ दें। ज़ख्मोला जी द्वारा आश्वासन दिया गया कि हमारे उत्तराखंड के नर्सिंग बेरोजगारों के साथ हमारी पूरी यूनियन खड़ी है। यदि सरकार नहीं मानती है तो हम भी आंदोलन के लिए प्रतिबद्ध हैं। और अंतिम क्षण तक हम प्रदेश के नर्सिंग बेरोजगार के साथ अन्याय नहीं होने देंगे और लड़ाई जारी रखेंगे। आज की कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश सचिव गोविंद सिंह रावत, कोषाध्यक्ष रवि सिंह रावत, पुष्कर जीना, प्रवीण सिंह रावत, शैलेश राणा, गणेश, आशीष, गिरीश डंगवाल, योगेश मठपाल, अनिल , नीरज वर्मा, वंदना पाथरी, अमिता, इंदु, प्रमिला, प्रीति, रिचा, हेमा, अमिता, नीतू , प्रतिमा आदि उपस्थित रहे।