डोईवाला
16 वर्ष तक सेना में नौकरी करने के पश्चात *श्री विक्रम सिंह भंडारी जी* जब घर आए तो उनके मन में एक नया विचार आया कि जीवन यापन के लिए तो उन्हें पर्याप्त पेंशन मिल ही रही है तो क्यों न कुछ अपने गांव, अपने क्षेत्र के लिए नया कार्य किया जाए। 4 वर्ष पूर्व उन्होंने रानीपोखरी क्षेत्र के युवाओं को सेना में भर्ती कराने के लिए प्रशिक्षण देना प्रारंभ किया। पहले उनके पास प्रशिक्षण देने के लिए मैदान नहीं था; सड़क पर बच्चों को सुबह-सुबह दौड़ाया जाता था जिसमें असुविधा होती थी। धीरे-धीरे मैदान की समस्या का समाधान हुआ और अब श्री विक्रम सिंह भंडारी जी रानीपोखरी में हाट बाजार के पीछे के मैदान का उपयोग क्षेत्र के युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए करते हैं।
विक्रम सिंह भंडारी जी के परिश्रम का परिणाम भी अब सामने आने लगा है। *श्री विक्रम सिंह भंडारी जी के प्रशिक्षण केंद्र से अब तक 100 से अधिक युवा सेना में भर्ती हो चुके हैं यह पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।* विक्रम सिंह भंडारी जी के पास सेना, पुलिस, होमगार्ड में भर्ती होने वाले युवकों और युवतियों की लंबी कतार लगी रहती है। श्री विक्रम सिंह भंडारी जी खुद भी कठोर परिश्रम करते हैं एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों और छात्राओं को भी अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए उन्हें कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करते हैं। श्री विक्रम सिंह भंडारी जी ने लक्ष्य रखा है कि *घर – घर फौजी हर घर फौजी*। विक्रम सिंह भंडारी जी क्षेत्र के युवाओं को सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण के साथ ही साथ अनेक सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हुए हैं।
*श्री विक्रम सिंह भंडारी जी अब तक 25 बार रक्तदान भी कर चुके हैं।* सामाजिक संस्था राष्ट्रीय जन चेतना संस्थान के माध्यम से आप रक्तदान का पुनीत कार्य कर रहे हैं। श्री भंडारी जी ने बताया कि *हमारी संस्था राष्ट्रीय जन चेतना संस्थान के सभी सदस्य भी लगातार रक्तदान करते रहते हैं।* श्री भंडारी जी ने बताया कि उनकी संस्था का हर सदस्य अब तक दसों बार रक्तदान कर चुका है। रक्तदान के संबंध में श्री भंडारी जी ने एक अच्छी बात यह बताई कि हम रक्तदान शिविरों में जाकर नहीं करते हैं बल्कि हम रक्तदान अस्पतालों में जाकर सीधे जरूरमंद व्यक्ति को करते हैं यह बहुत सुखद और शुभ संदेश है। *नशा मुक्त समाज बनाने की दिशा में भी श्री भंडारी जी* अपनी टीम के साथ मिलकर लगातार कार्य कर रहे हैं। श्री भंडारी जी का कहना है कि आज हमारे बच्चे नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं जो कि बहुत चिंता की बात है।
श्री विक्रम सिंह भंडारी जी के पिता *श्री रतन सिंह भंडारी जी टिहरी रियासत के राजा नरेंद्र शाह जी की सेना में सैनिक थे*। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए राजा और उनके परिवार की जान बचाई थी। श्री विक्रम सिंह भंडारी जी की परवरिश सैन्य परिवार में होने के कारण उनमें अनुशासन, समाज सेवा का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ है। श्री भंडारी जी पूरे वर्ष भर घर – घर उजाला फैलाने में लगे हुए हैं। श्री भंडारी जी के लिए वर्ष भर दीपावली का ही त्यौहार है। जो खुशी जो सुकून जो शांति उन्हें समाज सेवा में मिलती है यह उन्हें समाज के लिए कुछ कर गुजरने की ऊर्जा प्रदान करता है।
दीपावली के इस पावन पर्व पर हंसमुख स्वभाव वाले, व्यवहार कुशल, मधुर वाणी के धनी, 24 घंटे समाज सेवा के लिए तत्पर रहने वाले *रानीपोखरी निवासी समाजसेवी रक्तदाता श्री विक्रम सिंह भंडारी जी को नमन, वंदन और अभिनंदन। जय हिंद सर।*