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भूमि संरक्षण अधिकारी रायपुर ने कागजों में ही बांट दिए स्प्रिंकलर सेट

कृषि एवं भूमि संरक्षण इकाई रायपुर को मार्च 2023 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत स्प्रिंकलर सेट लगाने हेतु धनराशि आवंटित की गई थी जिसमें कि किसानों के फोटो एवं आधार कार्ड लेकर बड़ासी ग्रांट, कोटी मयचक, रामनगर डांडा के किसानों का चयन किया गया था

डोईवाला थानों : 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस की 23वीं वर्षगांठ मनाई जाने वाली है। राजधानी दुल्हन की तरह सज गई है। उत्तराखंड के हर घर, गांव, कोने- कोने तक जश्न का माहौल है।

शहीदों के सपने कितने सरकार हो रहे हैं यह सभी के सामने दिखाई दे रहा है दोस्तों। कागजों में विकास कार्य आज भी जारी हैं।
ताजा मामला राजधानी देहरादून से सामने आ रहा है जहां पर किसानों को ठगे जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामला विकासखंड रायपुर की न्याय पंचायत थानो के कुछ गांवों का है।

मुख्य कृषि अधिकारी ने अपनी जांच में बहुत कुछ गड़बड़ी पाई है। उच्चाधिकारियों से निवेदन है कि कार्य में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

शहीदों के सपनों का उत्तराखंड तभी साकार रूप ले पाएगा।
भूमि संरक्षण अधिकारी रायपुर ने कागजों में ही बांट दिए स्प्रिंकलर सेट !
मुख्य कृषि अधिकारी द्वारा की गई जांच में हुआ खुलासा।
कृषि एवं भूमि संरक्षण इकाई रायपुर को मार्च 2023 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत स्प्रिंकलर सेट लगाने हेतु धनराशि आवंटित की गई थी जिसमें कि किसानों के फोटो एवं आधार कार्ड लेकर बड़ासी ग्रांट, कोटी मयचक, रामनगर डांडा के किसानों का चयन किया गया। परंतु 6 माह बीत जाने के बाद भी किसी ने किसानों की सुध नहीं ली तब ग्राम प्रधान के माध्यम से मुख्य कृषि अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई गई।

मुख्य कृषि अधिकारी द्वारा मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए स्वयं क्षेत्र का निरीक्षण किया गया; इसमें किसानों की शिकायतें सही पाई गईं।किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर दी जाने वाली सब्सिडी का भुगतान फर्म को करने का मामला भी संज्ञान में आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य कृषि अधिकारी ने उच्च स्तरीय जांच करने की सिफारिश की है।

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