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सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए संघर्ष किया जाएगा : देवेंद्र तिवाड़ी

डोईवाला

राजधानी देहरादून के विकासखंड रायपुर की *ग्राम पंचायत नाहीं कला के ग्राम प्रधान देवेंद्र तिवाड़ी* ने सड़क और स्वास्थ्यब सुविधाओं के लिए संघर्ष करने का ऐलान किया है। श्री देवेंद्र तिवाड़ी ने बताया कि ग्राम पंचायत नाहीं कला, *देहरादून जनपद मुख्यालय से मात्र 26 किलोमीटर की दूरी पर है* लेकिन सड़क एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में यह क्षेत्र बहुत दुर्गम रह गया है। सड़क सुविधा के अभाव में गांव से लगातार पलायन हो रहा है। श्री तिवाड़ी ने बताया कि पंचायत के स्तर पर जो भी कार्य संभव हो सकते थे उन्होंने अपने चार वर्ष के कार्यकाल में उन कार्यों को पूरी ईमानदारी के साथ पूर्ण किया है।

श्री तिवाड़ी ने बताया कि ग्राम पंचायत नाहीं कला में हर घर तक दुपहिया वाहन के लिए मार्ग बनवाए गए हैं। ग्राम पंचायत में *जल जीवन मिशन के तहत चार नई योजनाएं स्वीकृत कराई और ये योजनाएं पूर्ण हो गई हैं। आज ग्राम पंचायत के हर घर में पेयजल उपलब्ध है।* श्री तिवाड़ी ने बताया कि ग्राम नाहीं में ग्राम वासियों के *घरों के ऊपर से बिजली के तारें जाती थी जिस कारण बार-बार दुर्घटना की आशंका बनी रहती थी। उनके प्रयास से बिजली के पोल हटाकर समस्या का समाधान भी हो गया है;* जिससे गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है। नाहीं से सतेली तक भी आज दुपहिया वाहन जा रहे हैं और *सतेली से भोगपुर तक जो दूरी पैदल तय करने में पहले 8 घंटे का समय लगता था वह दूरी आज बाइक से 1 घंटे में पूरी की जा रही है। *बड़कोट गांव* जो कि नाहीं से 4 किलोमीटर की दूरी पर है वहां तक मनरेगा के तहत सड़क बनाई गई है और आज दुपहिया वाहन बड़कोट तक जा रहा है। उन्होंने *बड़कोट में शीघ्र ही विद्युतीकरण की भी उम्मीद जताई है।* श्री देवेंद्र तिवाड़ी ने बताया कि यदि समय पर गांव में सड़क और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो जाती तो राजधानी के इस गांव से पलायन नहीं होता। उन्होंने बताया कि *नाहीं ग्राम पंचायत का रैठवाण गांव खाली हो गया है और सतेली गांव खाली होने की कगार पर है।

श्री तिवाड़ी का कहना है कि यदि अब भी समय रहते सरकार इन गांवों तक स्वास्थ्य और सड़क सुविधा उपलब्ध करा दे तो जो परिवार यहां से पलायन करके अन्यत्र चले गए हैं वह वापस गांव आ सकते हैं और गांव पुनः आबाद हो सकता है। श्री देवेंद्र तिवाड़ी ने बताया कि *सनगांव, सिंधवाल गांव और नाहीं कला यह तीन ग्राम पंचायत ही आज के समय में सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाई हैं;* जिस कारण इन क्षेत्रों से लगातार पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत नाहीं में स्वास्थ्य केंद्र है लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र का होना न होना एक बराबर है क्योंकि इस स्वास्थ्य केंद्र में दवाएं नहीं मिलती हैं और डॉक्टर व कर्मचारियों की उपस्थिति भी कभी कभी ही हो पाती है। दवाओं के लिए मरीजों को यहां से भोगपुर, थानो अथवा जौली ग्रांट या रायपुर जाना पड़ता है। श्री देवेंद्र तिवाड़ी ने शासन प्रशासन और सरकार से आग्रह किया है कि *सिंधवाल गांव पुल से नाहीं तक सड़क मार्ग का निर्माण शीघ्र कराया जाए* एवं नाहीं में स्थित *प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवा तथा चिकित्सकों व कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।

श्री देवेंद्र तिवाड़ी ने कहा कि वह क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए शासन प्रशासन और अधिकारियों से तथा *स्थानीय विधायक बृजभूषण गैरोला जी* से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्या का जल्दी ही निदान होगा। श्री देवेंद्र तिवाड़ी ने कहा कि यदि सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्या का समाधान शीघ्र नहीं होगा तो वह अपने क्षेत्र की जनता के साथ मिलकर *आंदोलन के रणनीति तैयार करेंगे और भविष्य में होने वाले *विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में चुनाव बहिष्कार का निर्णय लेने के लिए बाध्य होंगे।*

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