“देहरादून”
आज आपकी मुलाकात विराट व्यक्तित्व के धनी, शिक्षक, साहित्यकार और समाज के सजग प्रहरी डॉ• सुशील कोटनाला जी से कराते हैं।
डॉ• सुशील कोटनाला जी बाल्यकाल से ही कहानी, कविता, निबंध लेखन में रुचि रखते थे। भाषण, वाद – विवाद प्रतियोगिता में आप प्रांतीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करते रहे हैं। *आपके अब तक लगभग 60 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।*
गढ़वाल के मांगल तथा संस्कार गीत: विवेचनात्मक अध्ययन, रामायण में राजनीति के तत्व, विचार प्रवाह, कंटकाकीर्णमार्गम, भाव प्रवाह, केरलीय भाषा साहित्य और संस्कृति सहित आपके लगभग *डेढ़ दर्जन निबंध संग्रह और काव्य कृतियां* अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं। *दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन 2015 में* विदेश मंत्रालय के आमंत्रण पर आपने अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। *ब्रिटेन की संसद के “हाउस ऑफ कॉमन”* में प्रवासी साहित्य विषय पर आपको 2018 में शोध पत्र का वाचन का अवसर प्राप्त हुआ। *उत्तराखंड भाषा संस्थान के आप 2020 से 2022 तक सदस्य रहे हैं।* उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा प्रदत्त हिंदी विषय विशेषज्ञ के दायित्व का भी आपने निर्वहन किया। *केरल हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा 2016 में आपको सम्मानित किया गया ; जिसमें प्रशस्ति पत्र के साथ ₹25000 की नगद धनराशि आपको प्रदान की गई। श्रीलंका हिंदी संस्थान सम्मान 2016 और मॉरिशस हिंदी अकादमी सम्मान 2016 भी आपको प्राप्त हुआ है।*
आकाशवाणी और दूरदर्शन से आपके हिंदी साहित्य सम्बंधी कार्यक्रम समय-समय पर प्रसारित होते रहते हैं।
*श्रीलंका, नेपाल, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, दुबई सहित लगभग 16 देशों की आपने शैक्षिक यात्रा भी की है।*
साहित्य और इतिहास में आपकी गहन रुचि है। समतामूलक समाज निर्माण के संबंध में आप सदैव चिंतन करते रहते हैं। *कुल मिलाकर शिक्षा, साहित्य, भ्रमण, समाज जागरण की आपकी यात्रा सदैव चलती रहती है।* आप समाज हित, राष्ट्रहित में चिंतन – मनन करते हैं। समाज के सजग प्रहरी, विराट व्यक्तित्व के धनी, मधुर कंठ के स्वामी, व्यवहार कुशल, कर्मयोगी डॉक्टर सुशील कोटनाला जी को सैल्यूट।
साक्षात्कार का लिंक-
यूट्यूब चैनल लिंक-
https://youtube.com/@ajgramin?si=2lgENQAxVbpccLF7