ऋषिकेश (अंकित तिवारी) – एम्स, ऋषिकेश में छठवीं नेशनल कांफ्रेंस ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर के अंतर्गत साइकिल रैली का आयोजन किया गया, जिसे पूर्व क्रिकेटर मदनलाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली के माध्यम से प्रतिभागियों ने समाज और परिवारों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और सजग रहने का संदेश दिया।
सम्मेलन का आयोजन संस्थान की निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर पूर्व क्रिकेटर मदनलाल ने कहा कि आज के व्यस्त और आपाधापी भरे माहौल में खुद को स्वस्थ और फिट रखने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम बेहद आवश्यक हैं। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित सभी प्रतिभागियों से अपने जीवन में फिट रहने का संकल्प लेने का आग्रह किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने अपने वक्तव्य में फैमिली फिजिशियन की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने का एक मुख्य कारण हमारे देश में प्राइमरी केयर सिस्टम की कमी और फैमिली फिजिशियन की नितांत आवश्यकता है। उन्होंने इस कांसेप्ट को पुनः लागू करने पर जोर दिया और फैमिली फिजिशियन की संख्या बढ़ाने के लिए उनके प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया।
केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री चौधरी, जो स्वयं चिकित्सक रह चुके हैं, ने मेडिकल छात्रों से भी संवाद किया और उन्हें चिकित्सा पेशे की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने चिकित्सकों को कम्युनिटी आउटरीच के लिए कार्य करने की प्रेरणा दी।
नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर (एनएचएसआरसी) के डायरेक्टर प्रोफेसर (डॉ.) अतुल कोटवाल ने चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्रों का नियमित दौरा करने और वहां के जरूरतमंद लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं की पूर्ति के लिए काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे चिकित्सक वहां के सामाजिक परिवेश को समझ पाएंगे और लोगों की स्वास्थ्य स्थितियों को बेहतर तरीके से जान सकेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल साधना एस. नायर, वीएसएम, महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना), ने फैमिली फिजिशियन की भूमिका को मौजूदा जीवनशैली में जनस्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के मद्देनजर बेहद महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के महत्व को समझना और सरकारी नीतियों के साथ मिलकर कार्य करना आवश्यक है।
आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में एम्स, ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह, डीन एकेडमिक प्रोफेसर डॉक्टर जया चतुर्वेदी, एएफपीआई अध्यक्ष डॉ.रमन कुमार, आयोजन सचिव डॉ. संतोष कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ. महेन्द्र मौजूद रहे।