देहरादून(अंकित तिवारी): सोसाइटी ऑफ मिशन 4G प्लस गौ, गंगा, गांव और गायत्री द्वारा आयोजित एक भव्य कला एवं साहित्यिक संध्या का आयोजन संस्कार इंटरनेशनल स्कूल, बद्रीपुर में हुआ। यह कार्यक्रम स्वतंत्रता सेनानी चौधरी सत्येंद्र सिंह की स्मृति में समर्पित था, जिसका शुभारंभ उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर देश के सात वरिष्ठ साहित्यकारों को प्रथम ‘स्वतंत्रता सेनानी चौधरी सत्येंद्र सिंह कला एवं साहित्य पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
सम्मानित साहित्यकारों में डॉ. योगेंद्र अरुण, डॉ. नीता कुकरेती, डॉ. मुनेंद्र सकलानी, भारती पांडे, कमला पंत, डॉ. अतुल शर्मा और डॉ. आर.पी. डंगवाल शामिल थे। मुख्य अतिथि भगत सिंह कोश्यारी ने इन विभूतियों को सम्मानित करते हुए कहा कि चौधरी सत्येंद्र सिंह जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी का योगदान देश की आजादी में अविस्मरणीय है। उन्होंने चौधरी सत्येंद्र सिंह के जीवन की सरलता और सेवा भावना की प्रशंसा की और इस कार्यक्रम के माध्यम से उनके योगदान को स्मरण रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के आयोजक और संस्कार इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष शालीन सिंह ने बताया कि यह पुरस्कार हर वर्ष 1 अक्टूबर को चौधरी सत्येंद्र सिंह की स्मृति में दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहल देशभर के कला और साहित्य के छिपे हुए रत्नों को सामने लाने के लिए की गई है।
इस अवसर पर मुंबई से आई प्रसिद्ध गायिका श्रेया शालीन ने अपनी गायकी से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल और अन्य सम्मानित अतिथियों ने की, जिनमें पद्मश्री लीलाधर जगूड़ी, पद्मश्री डॉ. आर.के. जैन, लेफ्टिनेंट जनरल वी.के. अहलूवालिया, बलवंत सिंह बोरा और इरा कुकरेती प्रमुख रहे। उन्होंने इस साहित्यिक संध्या की सराहना की और इसे उत्तराखंड के साहित्यिक जगत के लिए एक सराहनीय पहल बताया।
कार्यक्रम में कई अन्य प्रतिभाशाली रचनाकारों ने अपनी काव्य प्रस्तुतियां दीं, जिनमें नीरज नैथानी, अंजना कंडवाल, अनुप्रिया तिवारी, राजकुमार राज, प्रिया कायथ, हरीश कंडवाल, आयुष वालिया, गीतांजलि दत्ता, और अन्य शामिल थे। इन सभी को 4G प्लस के अध्यक्ष सुभाष भट्ट और उनकी टीम द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली और चौधरी सत्येंद्र सिंह के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन अवनीश मालासी, डॉ. राकेश डंगवाल और गीतांजलि दत्त द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस भव्य आयोजन में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।