हिमाचल प्रदेश(अंकित तिवारी): अटल बिहारी वाजपेई पर्वतारोहण खेल संस्थान, धर्मशाला में चल रहे दस दिवसीय साहसिक शिविर के दूसरे दिन उत्तराखंड के एनएसएस स्वयंसेवियों ने रॉक क्लाइंबिंग का प्रशिक्षण लिया। इस साहसिक कार्यक्रम में उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से आए स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जिसमें अस्मिता रावत, निधि (कर्णप्रयाग), सोहन, निधि (गोपेश्वर), निशा (नंदा नगर घाट), आंचल, संदीप (पोखरी), शिवानी, सृष्टि (अगस्त्यमुनि), नंदिनी, गौतम (कोटद्वार), प्रियांशु, अंकुश (कैमर टिहरी), गुलशन, देवेश (उत्तरकाशी), विशाल, अमीषा (डाकपत्थर), सत्यम, शिवम (डोईवाला), और सुषमा (ऋषिकेश केंपस) शामिल हैं।
शिविर का उद्देश्य युवाओं में साहस, आत्मविश्वास, और मानसिक दृढ़ता को विकसित करना है, ताकि वे जीवन की नई चुनौतियों का सामना मजबूती से कर सकें। रॉक क्लाइंबिंग जैसे साहसिक खेलों के माध्यम से प्रतिभागियों को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है।
इस शिविर में उत्तराखंड के साथ तेलंगाना और हरियाणा के प्रतिभागी भी हिस्सा ले रहे हैं, जो इसे एक व्यापक अनुभव बना रहा है। एनएसएस के पूर्व जिला समन्वयक प्रो. के.एल. तलवाड़ ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी हैं और इस प्रकार के आयोजनों को युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।
साहसिक शिविर का यह आयोजन न केवल शारीरिक फिटनेस बढ़ाने पर केंद्रित है, बल्कि स्वयंसेवकों को जीवन में आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने के लिए प्रेरित करता है।