उत्तराखंडदेश-विदेशपर्यटनमनोरंजनयूथरोजगारशिक्षासामाजिक

यूओयू और एनआईईपीवीडी के बीच समझौता: दिव्यांगजनों के लिए विशेष शिक्षा में नए अध्याय का आरंभ

 

हल्द्वानी(अंकित तिवारी): उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू), हल्द्वानी और राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून, भारत सरकार के मध्य आज एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित हुआ। इस समझौते के अंतर्गत विशेष शिक्षा में बीएड सहित दिव्यांगजनों के लिए अनेक पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने हेतु अध्ययन केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

इस अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओम प्रकाश सिंह नेगी ने बताया कि यूओयू राज्य के मुक्त विश्वविद्यालयों में ऐसा प्रथम विश्वविद्यालय बन गया है, जो केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत यह पहल कर रहा है। समारोह में कुलसचिव श्री खेमराज भट्ट ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित बीएड विशेष शिक्षा पाठ्यक्रम को भारतीय पुनर्वास परिषद से मान्यता प्राप्त है और आने वाले समय में एमएड, पीएचडी, एवं शोध संबंधी पाठ्यक्रम भी प्रारंभ किए जाएंगे।

कार्यक्रम में विशेष शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सिद्धार्थ पोखरियाल ने दिव्यांगजन सशक्तिकरण के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की वर्तमान स्थिति और योजनाओं की जानकारी दी। इस समझौते के तहत, राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के साथ मिलकर दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के निदेशक इंजीनियर मनीष वर्मा, प्रधानाचार्य अमित शर्मा, सहायक प्राध्यापक तरुण नेगी और वर्चुअल रूप से डॉ. विनोद केन, डॉ. पंकज कुमार, और डॉ. सुरेंद्र कुमार ढालवाल ने भी सहभागिता की।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button