उत्तरकाशी(अंकित तिवारी) – उत्तराखण्ड में स्थित विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट बंद होते ही 2024 का चारधाम यात्रा सत्र सफलता पूर्वक समाप्त हो गया है। इस वर्ष यात्रा की अवधि पिछले साल की तुलना में 30 दिन कम रही, फिर भी श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। 10 मई 2024 को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद यात्रा 177 दिनों तक चली, और 2 नवम्बर को कपाट बंद किए गए। इसके अगले दिन, 3 नवम्बर को यमुनोत्री धाम के कपाट 178 दिन की यात्रा अवधि के बाद बंद कर दिए गए।
आंकड़ों में वृद्धि – इस वर्ष यात्रा के दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में कुल 15,30,028 तीर्थयात्री पहुंचे, जिससे इन दोनों धामों का दैनिक औसत 8,620 रहा। जबकि, गत वर्ष 207 और 208 दिनों की यात्रा अवधि में कुल 16,40,701 श्रद्धालु पहुंचे थे, जिनका दैनिक औसत 7,907 था। इस प्रकार, प्रति दिन औसतन 713 अधिक यात्री इस बार आए। 10 मई से 2/3 नवम्बर तक की तुलना में भी इस बार यात्रियों की संख्या में 1,49,914 की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
गंगोत्री धाम में इस बार 8,15,273 श्रद्धालु आए, जबकि यमुनोत्री धाम में 7,14,755 तीर्थयात्री पहुंचे। पिछले साल की तुलना में समान अवधि में गंगोत्री में 1,00,518 तथा यमुनोत्री में 99,035 अधिक श्रद्धालु पहुंचे।
प्रशासन की उत्कृष्ट व्यवस्था – जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा के सुचारू संचालन के लिए जिले में यात्रा प्रबंधन को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सफल बनाने हेतु विभिन्न विभागों व संगठनों, मंदिर समिति के पदाधिकारियों, तीर्थ पुरोहितों, स्थानीय नागरिकों, होटल, होम स्टे, रेस्टोंरेट संचालकों, परिवहन सेवा प्रदाताओं, और सुरक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मियों का आभार व्यक्त किया।
यात्रा प्रबंधन में मानसून के दौरान सड़कों को सुचारू बनाए रखने, भारी भीड़ को नियंत्रित करने, और संवेदनशील स्थानों पर मशीनों की तैनाती का अहम योगदान रहा। इसके परिणामस्वरूप यात्रा के दौरान दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई और कोई भी बड़ा हादसा नहीं हुआ।
आगामी यात्रा की तैयारी – जिलाधिकारी ने सभी संबंधित संगठनों और लोगों से अगले वर्ष की चारधाम यात्रा को और भी अधिक सुरक्षित व सुगम बनाने के लिए अभी से प्रयास करने की अपील की।