ऋषिकेश(अंकित तिवारी): उत्तराखंड के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित आपातकालीन हेली एंबुलेंस सेवा गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं और प्रसव के मामलों में वरदान साबित हो रही है। राज्य सरकार के सहयोग से कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) मीनू सिंह के नेतृत्व में संचालित इस सेवा के माध्यम से जरुरतमंद मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
तत्काल चिकित्सा से सुरक्षित प्रसव
हेली एंबुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि शुक्रवार को उत्तरकाशी की कंचन देवी, जिन्हें अत्यधिक रक्तचाप (210/170 mmHg) और प्लेटलेट्स की कमी की समस्या थी, को जिला अस्पताल से एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया। हेली एंबुलेंस में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चांदनी और नर्सिंग अधिकारी अखिलेश उनियाल की देखरेख में मरीज को एम्स लाया गया। एम्स के गायनी विभाग की डॉ. पूनम के अंडर में सामान्य प्रसव कराया गया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, और मरीज को बीपी सामान्य होने तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा।
दूसरे केस में भी सफलता
बुधवार को उत्तरकाशी की एक अन्य महिला मरीज को भी आपातकालीन हेली एंबुलेंस सेवा से एम्स ऋषिकेश लाया गया। मरीज में प्लेटलेट्स की कमी पाई गई और प्रसव के दौरान उसे रक्त चढ़ाने की जरूरत पड़ी। गायनी विभाग की डॉ. अमृता गौरव के अंडर में सामान्य प्रसव कराया गया। महिला और नवजात दोनों स्वस्थ हैं।
समुदाय में बढ़ती जागरूकता
इस सेवा का लाभ दूरदराज के इलाकों के जागरूक नागरिक उठा रहे हैं, जिससे एम्स ऋषिकेश द्वारा तत्काल और प्रभावी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। एम्स की आपातकालीन हेली एंबुलेंस सेवा पहाड़ी इलाकों में जीवनरक्षक साबित हो रही है।