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“उत्तराखंड का पहला जेन-Z डाकघर जहाँ युवाओं को मिलेगा डिजिटल अनुभव”

पौड़ी गढ़वाल(अंकित तिवारी): उत्तराखंड डाक परिमंडल ने एक नई पहल के तहत पौड़ी डाक मंडल के गोविन्द बल्लभ पंत इंजीनियरिंग कॉलेज, घुड़दौड़ी, पौड़ी डाकघर को ‘जेन-Z डाकघर’ के रूप में अपग्रेड किया है। इस नवीनीकरण का मुख्य उद्देश्य युवाओं की बढ़ती डिजिटल और तकनीकी जरूरतों को पूरा करना है। नया रूप और डिज़ाइन ‘जेन-Z’ वाइब्स और कल्चर के अनुरूप है, जो इस पीढ़ी की सक्रियता और जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।

इस डाकघर का शुभारंभ उत्तराखंड परिमंडल की मुख्य पोस्टमास्टर जनरल श्रीमती शशि शालिनी कुजूर और गोविन्द बल्लभ पंत इंजीनियरिंग कॉलेज, घुड़दौड़ी, पौड़ी के निदेशक डॉ. वी.के. बंगा द्वारा सोमवार को किया गया। डाकघर के नवीनीकरण में ‘जेन-Z’ युवाओं की सक्रिय भागीदारी का अहम योगदान है, जिसमें डाकघर का सौंदर्यीकरण और सेवाओं के आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।

इस डाकघर में जेन-Z के आधुनिक विचारों को लागू करते हुए इसे युवाओं के लिए आकर्षक और उपयोगी बनाया गया है। डाकघर की नियमित सेवाओं, जैसे मेल, बैंकिंग, इंश्योरेंस आदि के अलावा, जेन-Z डाकघरों में मोबाइल चार्जिंग पोर्ट, मिनी लाइब्रेरी, वाई-फाई, बैठने की व्यवस्था, फिलैटली से संबंधित आइटम जैसे माई स्टैंप, कॉर्पोरेट माई स्टैंप, पिक्चर पोस्टकार्ड और संग्रहणीय वस्तुएं जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

इसके अलावा, छात्रों और युवाओं को पार्सल पैकेजिंग, आधार सम्बन्धी सेवाएं, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, जीवन बीमा, इंटरनेशनल मेल जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं। विशेष रूप से, मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों, केंद्रीय और राज्य सरकार की भर्ती और अन्य समकक्ष भर्ती एजेंसियों के लिए डाक सेवा उपयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, स्पीड पोस्ट (दस्तावेज़) सेवा पर 10% की छूट भी दी जा रही है।

इस डाकघर के आधुनिकीकरण की पहल सिर्फ़ तकनीकी बदलाव नहीं है, बल्कि यह डाकघर को एक डिजिटल नागरिक सेवा केंद्र के रूप में फिर से परिभाषित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह डाकघर अब एक ऐसी जगह बन गया है, जहाँ तकनीक और भरोसे का मेल होगा, जो युवाओं को डाक विभाग की महत्वता से रूबरू कराएगा और उनके लिए एक नई सेवा की दुनिया खोलेगा।

इस कदम से न केवल डाकघर की सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि यह युवा पीढ़ी को डाक विभाग के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा और उन्हें डिजिटल सुविधाओं का उपयोग करने में मदद करेगा। इस प्रकार, उत्तराखंड डाक विभाग की यह पहल भविष्य में अन्य डाकघरों में भी लागू होने की उम्मीद है, जिससे पूरे प्रदेश में डाक सेवा का आधुनिकीकरण हो सके।

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