देहरादून(अंकित तिवारी):राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़, विकासखण्ड रायपुर में “बाल मेला–बाल शोध–बाल चौपाल” का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, अभिभावकों और स्थानीय निवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और शुभारंभ
इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों की रचनात्मकता को बढ़ावा देना, उनकी शैक्षिक जागरूकता, शोध प्रवृत्ति, अभिव्यक्ति और संवाद कौशल को विकसित करना था। बाल मेले का शुभारंभ खण्ड शिक्षा अधिकारी रायपुर हेमलता गौड़ उनियाल और विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सीमा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
बाल मेले में उपस्थित अभिभावकों तथा अतिथियों का स्वागत करते हुये विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में पहली बार बाल मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम बच्चों के समग्र विकास में सहायक होगा और उनकी प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान करेगा। यह बच्चों की रचनात्मकता और आत्मविश्वास को बढ़ावा देगा। इस बाल मेले में बच्चों द्वारा विभिन्न शैक्षिक, ज्ञानवर्धक और रचनात्मक गतिविधियों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
रचनात्मक प्रदर्शन और गतिविधियां
विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी ने स्वागत भाषण में बाल मेले को छात्रों के समग्र विकास का महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने अभिभावकों से सभी स्टॉल में जाकर बच्चों की प्रतिभा को सराहने का आग्रह किया।
बाल मेले में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों ने विविध विषयों पर अपने कौशल का प्रदर्शन किया:
कक्षा 5: कचरा पृथक्करण, स्वच्छता, 2D-3D आकृतियां।
कक्षा 4: स्थानीय मान, विलोम शब्द, गणितीय चिन्ह।
कक्षा 3: उत्तराखंड के जनपदों के नाम, पर्यायवाची शब्द।
कक्षा 2: मात्राएं, जोड़-घटाना।
कक्षा 1: तीन और चार अक्षर वाले शब्द।
इसके अलावा, गणितीय खेल, शैक्षिक सामग्री के स्टॉल और म्यूजिकल चेयर रेस, चम्मच दौड़ जैसे खेल बच्चों को आकर्षित कर रहे थे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने कार्यक्रम को और रंगीन बनाया।
अभिभावकों तथा छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुये खण्ड शिक्षा अधिकारी हेमलता गौड़ उनियाल ने कहा कि विद्यालय में इस तरह के आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विभिन्न स्टॉल का अवलोकन करने के पश्चात उन्होंने कहा कि विद्यालय के छात्रों का आत्मविश्वास एवं प्रदर्शित विषय वस्तु पर पकड़ सराहनीय है। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपने पाल्यों की पढ़ाई-लिखाई के लिये घर में एक घण्टे का समय आवश्यक रूप से निकालने को कहा।
कार्यक्रम में समाजसेवी और वरिष्ठ भाजपा नेता संपूर्ण सिंह रावत, प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी, शिक्षिकाएं उषा चौधरी, मीना घिल्डियाल, मधुलिका, वीरेन्द्र उनियाल, रुचि सेमवाल, डीएलएड प्रशिक्षु नवीन कुमार, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के अशोक कुमार मिश्र, खण्ड कार्यालय से सुनील रावत, तथा लक्ष्मी देवी, विमला देवी, नीलिमा थापा सभी छात्र-छात्राओं के अभिभावक तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने अपनी उपस्थितिदर्ज की।यह बाल मेला छात्रों के सर्वांगीण विकास और प्रतिभा को निखारने का एक प्रेरणादायक प्रयास था। स्थानीय समुदाय और विद्यालय के समन्वित प्रयास ने इस कार्यक्रम को सफल और स्मरणीय बना दिया।