देहरादून(अंकित तिवारी)- समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के कार्यों में युवाओं की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इसी दिशा में उत्तराखंड में यूथ रेडक्रास, एनएसएस, एनसीसी और रोवर्स-रेंजर्स को एक मंच पर लाने का निर्णय स्वागतयोग्य और दूरदर्शी कदम है। इससे न केवल युवाओं की सामाजिक जिम्मेदारी बढ़ेगी, बल्कि उनकी ऊर्जा और सेवा भावना को एक संगठित दिशा भी मिलेगी।
डॉ. ए.एस. उनियाल, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा एवं चेयरमैन, यूथ रेडक्रास (वाईआरसी) उप समिति, भारतीय रेडक्रास समिति, उत्तराखंड की अध्यक्षता में आज यूथ रेडक्रास उप समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि उच्च शैक्षणिक संस्थानों में यूथ रेडक्रास, एनएसएस, एनसीसी और रोवर्स-रेंजर्स को एक साझा मंच पर लाया जाएगा ताकि युवाओं को आपदा प्रबंधन, फर्स्ट एड, रक्तदान, वृक्षारोपण, स्वच्छता, मतदाता जागरूकता, सड़क सुरक्षा आदि गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। इससे वे न केवल स्वयं में जागरूकता विकसित करेंगे, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन का भी माध्यम बनेंगे। उत्तराखंड, जो भौगोलिक रूप से आपदाओं के प्रति संवेदनशील राज्य है, वहां ऐसे प्रयासों का विशेष महत्व है।
बैठक में डॉ. हरीश चंद्र शर्मा ने जानकारी दी कि उत्तराखंड के 118 उच्च शैक्षणिक संस्थानों में से 94 महाविद्यालयों में यूथ रेडक्रास का गठन हो चुका है। यूथ रेडक्रास में पंजीकृत छात्र-छात्राओं को मानव सेवा, आपदा प्रबंधन एवं अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. ए.एस. उनियाल ने बताया कि उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में यूथ रेडक्रास की गतिविधियों को सुदृढ़ करने के लिए राज्य के 13 जिलों में 13 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा गोद लिए गए गांवों में सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी सामाजिक कल्याण और विकास को गति मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि यूथ रेडक्रास के अंतर्गत आरसी-01, आरसी-02 और आरसी-03 परीक्षाओं को विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित करने पर विचार किया जा रहा है, जिससे पंजीकृत छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अधिमान मिल सके। यह कदम युवाओं को समाज सेवा के प्रति और अधिक प्रेरित करेगा।
इस बैठक में नीतू गुप्ता (मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एनसीसी), डॉ. सुनैयना रावत (राज्य एनएसएस अधिकारी), रविंद्र मोहन काला (राज्य सचिव, भारत स्काउट गाइड), मुंशी चौमवाल (आपदा प्रबंधन समन्वयक) एवं आशीष नेगी (लेखाकार, भारतीय रेडक्रास समिति, उत्तराखंड) सहित अन्य उपस्थित रहे।
यूथ रेडक्रास, एनएसएस, एनसीसी और रोवर्स-रेंजर्स का एक साझा मंच पर आना युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में एकीकृत करने का एक सराहनीय प्रयास है। यदि इसे सही तरीके से लागू किया जाए, तो यह योजना न केवल सामाजिक सेवा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, बल्कि युवाओं को समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का एहसास भी कराएगी।