कर्णप्रयाग, चमोली(अंकित तिवारी): उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी (नैनीताल) ने अपनी 41वीं कार्य परिषद की बैठक में ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग (चमोली) में क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना की है। कुलपति प्रो. ओ.पी.एस. नेगी के अनुमोदनानुसार, इस कार्यालय के संचालन के लिए डॉ. रमेश चंद्र भट्ट (सहायक प्रोफेसर, भूगोल) को सहायक क्षेत्रीय निदेशक नियुक्त किया गया है।
इस क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में संचालित उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के सभी अध्ययन केंद्र शामिल किए गए हैं। इनमें जोशीमठ, गोपेश्वर, तलवाड़ी, गैरसैंण, नंदासैंण, नागनाथ पोखरी, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि और गुप्तकाशी के अध्ययन केंद्र सम्मिलित हैं।
छात्रों के लिए होगा बड़ा लाभ
इस क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना से छात्रों और शिक्षकों को विशेष लाभ मिलेगा। पहले, प्रयोगात्मक विषयों के छात्रों को दस दिवसीय कार्यशालाओं के लिए देहरादून और हल्द्वानी जाना पड़ता था, जिससे समय और धन दोनों की खपत होती थी। अब ये कार्यशालाएं कर्णप्रयाग महाविद्यालय में ही आयोजित होंगी, जिससे छात्रों को अपनी पढ़ाई में अधिक सहूलियत होगी।
स्थानीय नेताओं और शिक्षकों का आभार
कार्यालय की स्थापना पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी.एन. खाली, समन्वयक डॉ. एम.एस. कंडारी, डॉ. आर.सी. भट्ट और अन्य शिक्षकों ने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, क्षेत्रीय विधायक अनिल नौटियाल, कुलपति प्रो. ओ.पी.एस. नेगी और निदेशक प्रो. गिरजा प्रसाद पांडेय का आभार व्यक्त किया।
समस्याओं का होगा त्वरित समाधान
क्षेत्रीय कार्यालय कर्णप्रयाग के महाविद्यालय में होने से दोनों जिलों के छात्रों को अपनी शैक्षिक समस्याओं के समाधान के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। इसके अलावा, कार्यालय का स्थान दोनों जिलों के बीच स्थित होने के कारण छात्रों को आने-जाने में भी आसानी होगी।
इस महत्वपूर्ण पहल ने चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म दिया है और छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया है।