देहरादून
वंदना गर्बयाल निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड तथा और डॉ. मुकुल सती अपर निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड के निर्देशन में एस. सी. ई. आर. टी. उत्तराखंड के द्वारा कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए पूरक पठन सामग्री तैयार की जा रही है। एस. सी. ई. आर. टी ने इसका रोडमैप तैयार कर दिया है। इसके लिए एस. सी. ई. आर. टी सभागार में प्रथम चरण में चार दिवसीय कार्यशाला शुरू हो चुकी है। इस कार्यशाला में रेनू, डा. कपिलदेव सेमवाल, डॉ. हेम चंद्र तिवारी, डॉ. उमेश चमोला, जगदीश ग्रामीण, मनोरथ पोखरियाल, टीकाराम रावत, गोपाल प्रकाश मिश्रा, डॉ. अवनीश कुमार शर्मा, डॉ. आलोक प्रभा पांडे, कनकलता सेमवाल, मंजू भट्ट, संदीप रावत लेखक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
कार्यशाला के समन्वयक डॉ. शक्ति प्रसाद सेमल्टी ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पाठ्य पुस्तकों के अलावा अन्य पूरक सामग्री के अध्ययन पर भी बल देती है। संयुक्त निदेशक एस. सी. आर. टी. प्रदीप रावत ने कहा कि विकसित पठन सामग्री बच्चों तक अवश्य पहुंचाई जानी चाहिए। यह बच्चों के मानसिक स्तर के अनुरूप रोचक और सरल भाषा में होनी चाहिए। इस अवसर पर डॉ. कृष्णा नन्द बिजल्वाण, डॉ. दिनेश रतूड़ी, सोहन सिंह नेगी, डॉ. राकेश गैरोला, डॉ सुनील भट्ट, गोपाल घुघत्याल विजय सेमवाल किरन बहुखंडी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।