डोईवाला थानों: राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंधवाल गांव, विकासखंड रायपुर, जनपद देहरादून प्रकृति की गोद में बसा हुआ सुंदर विद्यालय है। हमारा प्रयास रहेगा कि हम समाज के सहयोग से इस विद्यालय को नई पहचान दिलाने का प्रयास करेंगे।
उक्त विचार राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंधवाल गांव के प्रधानाचार्य श्री डी• एस• रौतेला जी ने एक भेंट में व्यक्त किये। श्री रौतेला जी ने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण इस विद्यालय के सेवित क्षेत्र के गांवों से लगातार पलायन हो रहा है; जिस कारण कि विद्यालय की छात्र संख्या प्रभावित हो रही है। हमारा प्रयास रहेगा कि हम इस विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों में भी प्रतिभाग कराकर छात्रों का बहुमुखी विकास करने का प्रयास करेंगे।
श्री रौतेला जी ने बताया कि गत वर्ष पहली बार इस विद्यालय से एक छात्रा का चयन राष्ट्रीय साधन सह छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए हुआ है। इस वर्ष जनपद स्तर पर विद्यालय के बच्चों ने क्रीड़ा प्रतियोगिता में भी प्रतिभाग किया है। श्री डी एस रौतेला जी ने बताया कि 30 अक्टूबर को मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति परीक्षा में विद्यालय के कक्षा 6 व कक्षा 9 में अध्ययनरत समस्त छात्र प्रतिभाग करेंगे।
श्री रौतेला जी ने बताया कि *ग्राफिक एरा इंस्टिट्यूट देहरादून* के सहयोग से विद्यालय को 6 कंप्यूटर भी प्राप्त हुए हैं। श्री रौतेला जी ने ग्राफिक एरा इंस्टिट्यूट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निश्चित रूप से कंप्यूटर लैब स्थापित होने से दूर दराज के इस विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिल रहा है। श्री रौतेला जी ने बताया कि ईको क्लब के माध्यम से अपने स्टाफ के शिक्षकों के सहयोग एवं छात्र-छात्राओं के सहयोग से उन्होंने विद्यालय भूमि पर क्यारियां बनाकर साग – सब्जी का उत्पादन भी प्रारंभ किया है। दूर दराज के गांव में स्थित इस विद्यालय में साफ सफाई की बहुत अच्छी व्यवस्था है। शिक्षक परिश्रम पूर्वक शिक्षण कार्य कर रहे हैं। विद्यालय में केवल एक ही कमी दिखाई देती है कि छात्र संख्या वर्तमान में मात्र 11 रह गई है। इस न्यून छात्र संख्या का कारण भी यह है कि इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण क्षेत्र से हर वर्ष पलायन हो रहा है। पलायन के कारण छात्र संख्या प्रभावित हो रही है।
विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि यदि दूर दराज के अभिभावक भी उन पर यदि विश्वास करेंगे तो निश्चित रूप से हम उनके विश्वास पर खरा उतरने का पूरा-पूरा प्रयास करेंगे और हमारा प्रयास रहेगा कि दूर दराज के इस विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को शिक्षा के साथ ही साथ खेल, कला, साहित्य, संस्कृति, सांस्कृतिक प्रतियोगिता सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जाएंगे। प्रधानाचार्य श्री डी एस रौतेला जी ने अभिभावकों एवं समाज से आग्रह किया है कि हमें आपसे केवल एक ही सहयोग चाहिए कि आप अपने बच्चों का प्रवेश हमारे विद्यालय में कराएं। हम अपना शत प्रतिशत योगदान छात्रों को देने के लिए संकल्पबद्ध हैं। यदि अभिभावकों का सहयोग हमें मिलता रहेगा तो हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि हम इस विद्यालय को नई पहचान दिलाने में अवश्य कामयाब होंगे।