कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कर्णप्रयाग में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में स्वरोजगार एवं उद्यमिता की भावना विकसित करना है, जिससे वे नौकरी के बजाय उद्यम स्थापित कर आत्मनिर्भर बन सकें।
कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी.एन. खाली एवं देवभूमि उद्यमिता योजना, देहरादून से आए बिष्ट के बैज अलंकरण के साथ किया गया।
कार्यक्रम के पहले दिन छात्रों का पंजीकरण किया गया एवं उन्हें उद्यमिता किट वितरित की गई। मुख्य वक्ता बिष्ट ने छात्रों को उद्यमिता के मूलभूत सिद्धांतों से अवगत कराते हुए स्वरोजगार के विभिन्न अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सही दिशा, योजना और परिश्रम से कोई भी युवा सफल उद्यमी बन सकता है।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी.एन. खाली ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के प्रतिस्पर्धी युग में आत्मनिर्भर बनने के लिए उद्यमिता एक महत्वपूर्ण विकल्प है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि आपमें कुछ नया करने का जज्बा है, तो आप अपने लिए ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की देवभूमि उद्यमिता योजना समिति के नोडल अधिकारी डॉ. हरीश बहुगुणा ने किया। इस अवसर पर समिति के सदस्य डॉ. कीर्तिराम डंगवाल, डॉ. चंद्र मोहन, डॉ. कमल किशोर द्विवेदी, डॉ. भरत बैरवान, सुश्री हिना नौटियाल एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. मदन शर्मा, डॉ. गीतू सहित अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे।