कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): राज्य सरकार द्वारा संचालित देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कर्णप्रयाग में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को छात्र-छात्राओं ने कर्णप्रयाग बाजार का सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को स्थानीय व्यापारिक गतिविधियों, उपभोक्ता आवश्यकताओं और बाजार प्रतिस्पर्धा की वास्तविक जानकारी प्रदान करना था।
इस सर्वेक्षण का संचालन डॉ. हरीश बहुगुणा के मार्गदर्शन में किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने स्थानीय दुकानदारों, होटल एवं रेस्टोरेंट संचालकों, गढ़वाल मंडल विकास निगम, प्रिंटिंग प्रेस, कपड़ा व्यापारियों आदि से मुलाकात की और बाजार की वर्तमान स्थिति को समझा। उन्होंने मांग और आपूर्ति, मूल्य निर्धारण, उपभोक्ता पसंद, विपणन रणनीतियाँ और व्यापार में आने वाली चुनौतियों पर जानकारी एकत्र की।
छात्रों ने पाया कि स्थानीय बाजार में पर्यटन से जुड़े व्यवसायों की मांग अधिक है, और उपभोक्ताओं की पसंद लगातार बदल रही है। व्यवसायियों ने विपणन रणनीतियों और ग्राहक सेवा के महत्व पर भी अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर डॉ. हरीश बहुगुणा ने कहा कि “बाजार सर्वेक्षण से छात्रों को वास्तविक व्यावसायिक चुनौतियों और अवसरों को समझने का अवसर मिलता है। इससे वे भविष्य में बेहतर उद्यमी बन सकते हैं।”
विद्यार्थियों ने इस अनुभव को बहुत ज्ञानवर्धक बताया और कहा कि यह सर्वेक्षण उनके भविष्य के व्यावसायिक निर्णयों में सहायक सिद्ध होगा। इस प्रकार, यह पहल व्यावहारिक शिक्षा और उद्यमिता विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।