ऋषिकेश(अंकित तिवारी): योग और अध्यात्म की नगरी ऋषिकेश में गंगा के समीप निर्मित ‘माधव सेवा विश्राम सदन’ सेवा और सद्भावना का नया केन्द्र बनकर उभरा है। भाऊराव देवरस सेवा न्यास द्वारा निर्मित इस भव्य भवन का लोकार्पण 3 जुलाई 2024 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने किया।
गंगा से मात्र 300 मीटर की दूरी पर स्थित यह भवन न केवल पारंपरिक भारतीय स्थापत्य कला का सुंदर उदाहरण है, बल्कि एम्स ऋषिकेश में इलाज कराने आने वाले रोगियों, उनके परिजनों और सहायकों के लिए ठहरने का आदर्श स्थल भी बन गया है। भवन में 430 लोगों के ठहरने की समुचित व्यवस्था की गई है, जिससे बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो सकें।

विश्राम सदन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें केवल ठहरने की नहीं, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों की भी व्यवस्था की गई है। यहाँ योग साधना, सत्संग, बच्चों के लिए खेल का क्षेत्र, पुस्तकालय, टीवी लाउंज, और सामुदायिक भोजन कक्ष जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। भोजन कक्ष में एक साथ 100 लोग भोजन कर सकते हैं।
सह प्रबंधक पीयूष कुमार ओझा के अनुसार, यहाँ न्यूनतम दरों पर फिजियोथेरेपी की सुविधा भी प्रारंभ की गई है, जिससे रोगियों को उपचार के साथ-साथ पुनर्वास में भी सहायता मिल सके। भवन में दिव्यांगों के लिए विशेष शौचालय, लिफ्ट की सुविधा, अग्निशमन और जल संचयन जैसी आधुनिक व्यवस्थाएँ भी सुनिश्चित की गई हैं।
‘माधव सेवा विश्राम सदन’ निःसंदेह सेवा, सहानुभूति और सामाजिक सद्भावना का प्रतीक बन गया है। यह भवन रोगियों के साथ-साथ समाज के अन्य वर्गों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनकर एक नवीन मापदंड स्थापित कर रहा है।