कर्णप्रयाग, चमोली(अंकित तिवारी) : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 138वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस विशेष अवसर पर महाविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इसके बाद निबंध एवं भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें महाविद्यालय के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
भाषण प्रतियोगिता में कुल 10 छात्र-छात्राओं ने अपनी भागीदारी दर्ज की, जबकि निबंध प्रतियोगिता में 26 छात्र-छात्राओं ने अपनी लेखनी का प्रदर्शन किया। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों में पंडित गोविंद बल्लभ पंत के विचारों और उनके योगदान के प्रति जागरूकता उत्पन्न की गई।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए पंडित गोविंद बल्लभ पंत के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने की बात कही। उन्होंने छात्रों से महाविद्यालय में अनुशासन बनाए रखने और कक्षाओं में नियमित रूप से उपस्थित रहने की अपील की। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि छात्र जीवन में कठिन परिश्रम और निष्ठा से सफलता हासिल की जा सकती है।
कार्यक्रम का संचालन समिति की संयोजक डॉ. राधा रावत ने किया। इस अवसर पर समिति के सदस्य डॉ. चंद्रावती टम्टा, डॉ. इंद्रेश पाण्डेय, डॉ. हरीश रतूड़ी, डॉ. पूनम और डॉ. रविंद्र नेगी भी उपस्थित रहे।
भाषण और निबंध प्रतियोगिताओं में निर्णायक मंडल के रूप में डॉ. वी. आर. अन्थवाल, डॉ. चंद्रावती टम्टा और डॉ. हिना नौटियाल ने अपनी भूमिका निभाई।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने पंडित गोविंद बल्लभ पंत के विचारों और योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया।
इस कार्यक्रम ने पंडित गोविंद बल्लभ पंत के जीवन और कार्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे उनके आदर्शों का अनुसरण करें और अपने जीवन में सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचें।