ऋषिकेश(अंकित तिवारी):
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश में मनाए जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह के अंतर्गत नर्सिंग समुदाय की सेवा भावना, सामाजिक प्रतिबद्धता और स्वास्थ्य जागरूकता को साकार करते हुए विविध आयोजन संपन्न हो रहे हैं। सप्ताह भर चलने वाले इस उत्सव में जहां नर्सिंग स्टाफ के लिए खेलकूद एवं बौद्धिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, वहीं आम जनमानस और स्कूली विद्यार्थियों को स्वास्थ्य विषयक जानकारी देकर जागरूक भी किया जा रहा है।
शुक्रवार को आयोजित रक्तदान शिविर में बतौर मुख्य अतिथि एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने प्रतिभाग किया। उन्होंने नर्सिंग कर्मियों द्वारा किए गए स्वैच्छिक रक्तदान की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य सेवा और करुणा की भावना का प्रतीक है। उन्होंने नर्सों को समाज की रीढ़ बताते हुए कहा कि ऐसे प्रयास संस्थान में रक्तदान संस्कृति को सशक्त बनाते हैं। ब्लड बैंक के सहयोग से आयोजित इस शिविर में नर्सिंग स्टाफ ने लगभग 100 यूनिट रक्त दान कर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
नर्सिंग सप्ताह के अंतर्गत 5 मई से विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी है। इसमें योग सत्र, पोस्टर व फोटोग्राफी प्रतियोगिता, कंकड़ चित्रकला, क्विज़, नुक्कड़ नाटक, क्रिकेट, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, शतरंज और कैरम जैसे आयोजन शामिल हैं। मुख्य नर्सिंग अधिकारी श्रीमती रीता शर्मा ने बताया कि “नर्सिंग एक्सीलेंस अवार्ड 2025” के लिए चयन प्रक्रिया जारी है, जिसमें उत्कृष्ट सेवा देने वाले कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।
सामाजिक सरोकारों की दिशा में उल्लेखनीय पहल करते हुए नर्सिंग टीम द्वारा हरिश्चंद गुप्ता आदर्श कन्या इंटर कॉलेज, श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज, एवं श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, ऋषिकेश में विशेष स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में विद्यार्थियों को स्वच्छता, संतुलित आहार, सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम, नेत्रदान, प्राथमिक उपचार, मानसिक स्वास्थ्य, व टीकाकरण जैसे विषयों पर सरल भाषा में जानकारी दी गई। साथ ही सही तरीके से हाथ धोने की विधि और नियमित व्यायाम के लाभ भी बताए गए।
कार्यक्रमों में डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्या श्री, ब्लड बैंक प्रमुख प्रो. गीता नेगी, डीएमएस डॉ. रवि कुमार, मुख्य नर्सिंग अधिकारी श्रीमती रीता शर्मा, एवं डिप्टी नर्सिंग सुपरिन्टेंडेन्ट पुष्पा रानी, वंदना, जीनो जैकब, कमलेश चन्द्र बैरवा सहित नर्सिंग विभाग के अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी सक्रिय रूप से सहभागी रहे।
नर्सिंग सप्ताह के आयोजनों ने यह संदेश दिया कि नर्सिंग केवल एक पेशा नहीं, बल्कि मानवता के प्रति सेवा, समर्पण और संवेदनशीलता का नाम है।