ऋषिकेश(अंकित तिवारी):एम्स ऋषिकेश की संजीवनी हेली एंबुलेंस सेवा ने शनिवार को एक संभावित बड़ी दुर्घटना को टालते हुए अद्वितीय सूझबूझ और तत्परता का परिचय दिया। अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉ. बी. सत्याश्री एवं हेली एंबुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि आज पूर्वाह्न 11:05 बजे एम्स ऋषिकेश से एक हेली एंबुलेंस, जो कि पिनेकल एविएसंस द्वारा संचालित है, श्रीकेदारनाथ धाम के लिए रवाना हुई। वहां एक 53 वर्षीय व्यक्ति को सांस लेने में अत्यधिक परेशानी हो रही थी, जिन्हें हेली एंबुलेंस से एम्स लाया जाना था।
हेलीकॉप्टर में एक पायलट, एक इमरजेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर तथा एक नर्सिंग ऑफिसर सवार थे। बताया गया कि लगभग 11:50 बजे के आसपास, श्रीकेदारनाथ में लैंडिंग से कुछ पहले हेलीकॉप्टर टचडाउन कर गया, किंतु संतोषजनक बात यह रही कि इसमें सवार तीनों सदस्य पूरी तरह से सुरक्षित हैं और किसी को कोई चोट नहीं आई।
यह उल्लेखनीय है कि 29 अक्टूबर 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ की गई यह सेवा, विशेष रूप से उत्तराखंड जैसे पहाड़ी एवं दुर्गम क्षेत्रों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। संजीवनी हेली एंबुलेंस सेवा ने अब तक अनेक जिंदगियों को समय पर चिकित्सा सुविधा दिलाकर बचाया है—चाहे वह सड़क दुर्घटनाएं हों, आपातकालीन प्रसव, हृदयाघात, पक्षाघात अथवा गंभीर श्वसन समस्याएं।
आज की घटना ने एक बार फिर इस सेवा की आवश्यकता और उसकी दक्षता को सिद्ध कर दिया है। प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है कि हादसा टल गया और टीम पूरी तरह सुरक्षित है।