लक्सर/हरिद्वार(अंकित तिवारी):
लक्सर ब्लॉक के अंतर्गत संकुल भिक्कमपुर जीतपुर में आयोजित भारतीय भाषा समर कैंप 2025 का समापन 5 जून को विशेष कार्यक्रम ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ के रूप में हुआ। पर्यावरण दिवस के अवसर पर समर्पित इस कार्यक्रम में न केवल वृक्षारोपण किया गया, बल्कि मां के प्रति आभार और प्रकृति के संरक्षण का भाव भी छात्रों में जागृत किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा दस दिवसीय समर कैंप की प्रमुख गतिविधियों के संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण से हुई। इसमें बच्चों ने पूरे कैंप की स्मृतियों को साझा करते हुए गीत, भाषण और निबंधों के माध्यम से अपने अनुभव व्यक्त किए।
मुख्य गतिविधियां रही आकर्षण का केंद्र
अंतिम दिन निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद, भाषण, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, एवं संस्कृत-गढ़वाली वाचन जैसे अनेक बौद्धिक और सांस्कृतिक आयोजनों ने बच्चों के व्यक्तित्व और ज्ञान का विस्तार किया।
शिक्षकों की भागीदारी और मार्गदर्शन
संकुल समन्वयक श्री मनोज कुमार ने जानकारी दी कि बच्चों ने इस 10 दिवसीय कैंप का अत्यंत आनंद उठाया। शिक्षकों की टीम में कौशिक तिवाड़ी, दर्पण गोयल, गायत्री पाल, भावना भल्ला, करुणा भारती एवं विपिन जी द्वारा छात्रों को विभिन्न विषयों से जोड़ते हुए रोचक शिक्षण गतिविधियां करवाई गईं। शिक्षक विपिन ने पर्यावरण दिवस पर विशेष परिचर्चा आयोजित की, जिसमें छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के विविध उपायों पर जागरूक किया गया।
14 विद्यालयों की रही सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम के केंद्र नोडल अधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि समर कैंप में लगभग 14 विद्यालयों ने भाग लिया। इनमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय भिक्कमपुर जीतपुर, बाकरपुर, कबूलपुर रायघाटी, रामपुर-रायघाटी, फतवा, अलावलपुर आदि प्रमुख रहे।
वृक्षारोपण के साथ हुआ समापन
अंतिम कार्यक्रम के रूप में ‘एक पेड़ मां के नाम’ की थीम पर वृक्षारोपण किया गया। इसमें छात्रों के साथ-साथ राजेश कुमार, कुलदीप, अहसान, नरेंद्र चौहान, मनोज नौटियाल सहित अन्य शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी की।
यह समर कैंप न केवल भाषा एवं संस्कृति को सहेजने का प्रयास रहा, बल्कि बच्चों को प्रकृति और समाज के प्रति जिम्मेदारी का पाठ भी पढ़ा गया। समापन के इस भावनात्मक पल ने सभी उपस्थितों के हृदय को छू लिया।