किच्छा (अंकित तिवारी):
एम्स ऋषिकेश ने एक बार फिर उत्तराखंड के दूरवर्ती क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध किया है। ऊधमसिंहनगर जिले के किच्छा में निर्माणाधीन सेटेलाइट सेंटर में कार्यरत श्रमिकों के लिए एम्स ऋषिकेश द्वारा एक विशेष निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें टेलिमेडिसिन तकनीक के माध्यम से विशेषज्ञ परामर्श प्रदान किया गया।
यह शिविर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह के निर्देशन में आयोजित किया गया, जिसका संचालन टेलिमेडिसिन एवं बायोइन्फोर्मेटिक्स विभाग द्वारा किया गया। विभाग के प्रशासनिक प्रभारी विनीत कुमार ने बताया कि शिविर में जनरल मेडिसिन, ईएनटी, पल्मोनरी और नेत्र रोग विशेषज्ञों ने लगभग 100 श्रमिकों का चिकित्सकीय परीक्षण किया और आवश्यक दवाइयां निःशुल्क वितरित की गईं।
शिविर की सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि परामर्श टेलिमेडिसिन प्लेटफॉर्म के माध्यम से दिया गया, जिसमें डॉ. संजीव कुमार मित्तल, डॉ. राजलक्ष्मी, डॉ. आदित्य, डॉ. वत्सल मेहता, डॉ. अविनाश और डॉ. कार्तिक ने विशेषज्ञ सलाह प्रदान की। वहीं डॉ. विवेक सिंह मलिक, डॉ. ख्याति गुप्ता, डॉ. अभिषेक राय और उनके सहयोगी शुभम व धीरज ने शिविर संचालन में अहम भूमिका निभाई।
गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश द्वारा हाल ही में ओ.एन.जी.सी. के सहयोग से टेलीमेडिसिन वैन सेवा शुरू की गई है, जिसके तहत राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में डिजिटल परामर्श सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसी सेवा का उपयोग किच्छा शिविर में भी किया गया, जिससे श्रमिकों को शीघ्र और विशेषज्ञ परामर्श सुलभ हो पाया।
एम्स ऋषिकेश की यह पहल न केवल श्रमिकों के स्वास्थ्य की रक्षा कर रही है, बल्कि उत्तराखंड में डिजिटल हेल्थकेयर के विकेन्द्रीकरण की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। नियमित स्वास्थ्य शिविरों से न केवल श्रमिकों की कार्यक्षमता में वृद्धि हो रही है, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार हो रहा है।
एम्स ऋषिकेश का यह प्रयास स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में तकनीक और सेवा भावना के समन्वय का एक उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आया है।