देहरादून(अंकित तिवारी): उत्तराखंड की सांस्कृतिक चेतना और रचनात्मक ऊर्जा को संजोने वाला मासिक प्रकाशन ‘साईं सृजन पटल’ लगातार अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज करा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय में संयुक्त निदेशक प्रो. ए.एस. उनियाल को मुख्य संपादक प्रो. के.एल. तलवाड़ द्वारा पत्रिका का मई अंक भेंट किया गया।
इस अवसर पर प्रो. उनियाल ने संपादकीय टीम को पत्रिका के निरंतर प्रकाशन पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि – “दस माह की निरंतरता इस बात का प्रमाण है कि यह पत्रिका उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को सचित्र सहेजने का अत्यंत सराहनीय प्रयास कर रही है। पत्रिका में प्रकाशित लेख राज्य की सांस्कृतिक, साहित्यिक और सामाजिक विरासत के दर्पण बनकर उभर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान और सम्मान प्राप्त करने वाले व्यक्तित्वों को पत्रिका में यथोचित स्थान देकर प्रेरणा का वातावरण निर्मित किया जा रहा है। प्रो. उनियाल ने साईं सृजन पटल के एम.एस.एम.ई. में पंजीकरण को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए आशा जताई कि इससे अन्य प्रकाशन गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
मुख्य संपादक प्रो. के.एल. तलवाड़ ने संयुक्त निदेशक द्वारा पूर्व में संपादकीय कार्यालय के अवलोकन का स्मरण करते हुए कहा कि – “जनवरी माह में अवलोकन के दौरान प्रो. उनियाल ने यह विचार प्रकट किया था कि सेवानिवृत्ति के बाद भी कुछ नया और रचनात्मक किया जा सकता है। इसी सोच ने पटल की प्रेरणादायक पहलों को जन्म दिया – जिनमें ‘मोटिवेशन स्पीच’, ‘प्रतिभा सम्मान’ और ‘मेधावी छात्रवृत्ति’ जैसे कार्यक्रम प्रमुख हैं।”
इस अवसर पर प्रो. उनियाल ने उप संपादक अंकित तिवारी और अमन तलवाड़ की रचनात्मक प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। कार्यक्रम में उप निदेशक प्रो. ममता नैथानी, उर्वशी जुयाल, भूपेंद्र सिंह और हेमंत हुरला आदि मौजूद रहे।
‘साईं सृजन पटल’ ने अपनी गुणवत्तापूर्ण प्रस्तुति और सांस्कृतिक सरोकारों के साथ उत्तराखंड में साहित्यिक नवचेतना का बीजारोपण किया है। यह पत्रिका केवल लेखन का माध्यम नहीं, बल्कि सृजन और संस्कार का मंच बन चुकी है।