भोगपुर//रानीपोखरी
कोरोना काल में इस विद्यालय में छात्र संख्या शून्य हो गई थी और विद्यालय पर ताला लगाने की नौबत आ गई थी।
संकट की इस घड़ी में कुमाऊं से दीपा बिष्ट जी इस विद्यालय में आई। शून्य छात्र संख्या की प्रधानाचार्य के सम्मुख उपस्थित चुनौती का आप अंदाजा सहज ही लगा सकते हैं लेकिन मातृशक्ति की मेहनत, ममता,अपनत्व, ध्येय, सेवाभाव ने स्थानीय लोगों का दिल जीता और आज विद्यालय की छात्र संख्या शतक लगा चुकी है। दूरदराज़ के बच्चों के आवागमन हेतु जिला प्रशासन देहरादून द्वारा अभी हाल ही में विद्यालय को वाहन की सौगात से नवाजा गया है।
अभिभावकों में अपने बच्चों का प्रवेश सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में कराने को लेकर होड़ लगी है। विद्यालय में शिक्षकों की युवा टीम खेल, कला, कंप्यूटर, गीत संगीत….. हर क्षेत्र में बच्चों को पारंगत बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा के साथ ही साथ संस्कारों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अभिभावकों के घर घर जाकर बच्चों की शिक्षा के बाबत जानकारी जुटाई जा रही है। दिव्यांग बच्चों की शिक्षा पर विशेष फोकस किया जा रहा है। शिक्षित युवा शक्ति शिक्षण कार्य में समर्पित भाव से अपना अधिकतम योगदान देने के लिए कृत संकल्प है। विद्यालय के नाम कई बीघा भूमि है जो कि खेल मैदान के रूप में उपयोग में आ रही है। प्रकृति के सुंदर और सुरम्य प्रांगण में स्थित यह विद्यालय पूरे क्षेत्र की शान है।
दीपा बिष्ट जी और उनकी टीम के प्रयास, समर्पण, परिश्रम को समाज में स्वीकार्यता मिल रही है और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा विद्यालय परिवार को पूरा सहयोग किया जा रहा है जो कि काबिले तारीफ है।
दीपा बिष्ट जी ने बताया कि बिजेंद्र नेगी जी ने संकट की घड़ी में इस विद्यालय में वाहन चालक के रूप में निःशुल्क सेवाएं दी हैं और आज भी नेगी बंधु विद्यालय परिवार को हर संभव सहयोग करते हैं।
दीपा बिष्ट जी ने विद्यालय परिवार को प्रारंभ से ही हर प्रकार का सहयोग करने, जिला प्रशासन देहरादून से संवाद करके वाहन व्यवस्था में सहयोग प्रदान करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह खंड कार्यवाह डोईवाला खंड श्री केदार सिंह रावत जी को विद्यालय की नींव का पत्थर बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया।
निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य और विद्यालय के प्रबंधक सतीश सेमवाल जी के विद्यालय के प्रति समर्पण और सहयोग की दीपा जी ने भूरि भूरि प्रशंसा की।
विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अशोक कपरूवाण जी, सह व्यवस्थापक रौनक भट्ट जी, कोषाध्यक्ष रघुवीर सजवाण जी द्वारा विद्यालय विकास के लिए किए जाने वाले प्रयासों के लिए विद्यालय की प्रधानाचार्य ने बारंबार आभार व्यक्त किया। साथ ही विद्यालय प्रबंधन से जुड़े सभी सदस्यों, अभिभावकों और क्षेत्रवासियों का भी दीपा बिष्ट जी ने आभार जताया।
दीपा बिष्ट जी ने बताया कि श्री केदार सिंह रावत जी, सह खंड कार्यवाह डोईवाला खंड (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), सतीश सेमवाल व्यवस्थापक, अध्यक्ष अशोक कपरूवाण, उपाध्यक्ष राजपाल बिष्ट, कोषाध्यक्ष रघुवीर सजवाण, सह व्यवस्थापक रौनक भट्ट, सदस्य विजय लक्ष्मी, सदस्य रेखा सजवाण, सदस्य सुखपाल पुंडीर, सदस्य भानू जी ने विद्यालय को पुनः स्थापित कराने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि आज वर्तमान में जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध सभी सुविधाएं इन महानुभावों के प्रयासों का ही परिणाम है।
बहरहाल समाज को विद्यालय से बहुत उम्मीदें हैं और विद्यालय इन उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास कर रहा है। साथ ही साथ विद्यालय परिवार को भी समाज से सहयोग की अपेक्षा है।
विद्यालय की प्रधानाचार्य ने बताया कि विद्यालय परिवार का समाज से आग्रह है कि अपने पाल्य का प्रवेश आप हमारे विद्यालय में कराएं। दूसरे दिव्यांग बच्चों के लिए विद्यालय में रैंप एंड रेलिंग की आवश्यकता है, समाज सेवी संस्थाओं/व्यक्तियों का सहयोग अपेक्षित है। तीसरे सेवानिवृत्त शिक्षक/शिक्षण कार्य में रुचि रखने वाले समाजसेवी विद्यालय में कुछ समय नि:स्वार्थ शिक्षण कार्य अथवा अन्य गतिविधियों के लिए दें।
बंद होते विद्यालय के द्वार सबके लिए खोलने वाली, संस्कारित शिक्षा की अलख जगाती, युवा टीम का नेतृत्व करने वाली परिश्रमी, मातृशक्ति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर दाबड़ा भोगपुर देहरादून की प्रधानाचार्य श्रीमती दीपा बिष्ट जी को नमन वंदन और अभिनन्दन।