देहरादून(अंकित तिवारी):उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने जनजातीय क्षेत्र की छात्राओं के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है। विश्वविद्यालय ने प्रवेश तिथि को 10 अक्टूबर, 2025 तक बढ़ा दिया है और साथ ही विशेष अध्ययन केंद्र, सरदार महिपाल राजेंद्र जनजातीय (पीजी) कॉलेज, साहिया (कोड-11130) में जनजातीय छात्राओं के लिए 15% फीस छूट का प्रावधान लागू कर दिया है। यह सुविधा अब विश्वविद्यालय के ऑनलाइन प्रवेश पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
शुल्क में 15% छूट का लाभ
विश्वविद्यालय के अनुसार, जनजातीय क्षेत्र की छात्राओं को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए अपने जाति प्रमाण पत्र को पोर्टल पर अपलोड करना होगा। जैसे ही प्रमाण पत्र अपलोड किया जाएगा, शुल्क में स्वचालित रूप से 15% की छूट लागू हो जाएगी। यह छूट विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम शुल्क पर दी जाएगी।
पिछले वर्ष से लंबित सुविधा को लागू किया गया
महाविद्यालय के चेयरमैन, अनिल सिंह तोमर ने जानकारी दी कि वर्ष 2020 में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने इस महाविद्यालय को विशेष अध्ययन केंद्र के रूप में मान्यता दी थी और उसी समय से जनजातीय छात्राओं के लिए 15% फीस छूट का प्रावधान किया गया था। लेकिन तकनीकी कारणों से यह सुविधा पोर्टल पर लागू नहीं हो पाई थी, जिसके कारण छात्राएं इस लाभ से वंचित रहीं। अब, यह सुविधा पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है।
एक बड़ा अवसर
चैयरमैन तोमर ने कहा, “यह जनजातीय छात्राओं के लिए एक बड़ा अवसर है। अब कोई भी जनजातीय क्षेत्र की छात्रा यदि अध्ययन केंद्र 11130 का चयन कर प्रवेश लेती है तो उसे 15% शुल्क छूट सीधे मिल जाएगी। हम विश्वविद्यालय प्रशासन और माननीय कुलपति महोदय का आभार व्यक्त करते हैं।”
शिक्षा में आर्थिक सहयोग और प्रोत्साहन
इस पहल से न केवल छात्राओं की उच्च शिक्षा में आर्थिक सहयोग मिलेगा, बल्कि यह जनजातीय क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता और प्रोत्साहन भी बढ़ाएगी। यह कदम जनजातीय समुदाय की शिक्षा को एक नया आयाम देने और उन्हें सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की इस पहल से जनजातीय छात्राओं को न केवल शैक्षिक अवसर मिलेंगे, बल्कि आर्थिक बाधाओं को पार करते हुए उन्हें आगे बढ़ने का मौका भी मिलेगा।




