कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में नमामि गंगे स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के अंतर्गत आज एक विशेष पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का विषय “प्लास्टिक मुक्त भारत” था, जिसमें महाविद्यालय के विभिन्न छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और गंगा की स्वच्छता तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पोस्टर बनाए।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर राम अवतार सिंह ने गंगा की स्वच्छता की महत्वता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता केवल भौतिक रूप से नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थता प्रदान करती है, जो हमारे जीवन को सकारात्मक दिशा में प्रभावित करती है।
नमामि गंगे के नोडल अधिकारी कीर्तिराम डंगवाल ने बताया कि आगामी 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के अंतर्गत महाविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उनका उद्देश्य गंगा की स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखना है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकगण डॉ. कविता पाठक, डॉ. शालिनी सैनी, डॉ. पूनम चौहान, डॉ. स्वाति सुन्दरियाल, डॉ. मदन लाल शर्मा एवं अन्य प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में डॉ. रविन्द्र नेगी, डॉ. मदन शर्मा और डॉ. स्वाति सुन्दरियाल ने अपनी भूमिका निभाई।
प्रतियोगिता में बी.ए. प्रथम सेमेस्टर के छात्र राहुल मनराल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। बी.एससी. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा शालिनी मनराल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। तृतीय स्थान पर संध्या रावत और लवली बिष्ट ने संयुक्त रूप से जगह बनाई, जबकि मानसी बिष्ट को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।
महाविद्यालय में इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्रों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न करती हैं, जिससे वे समाज और पर्यावरण के प्रति अपनी भूमिका को समझते हैं।