ऋषिकेश(अंकित तिवारी): राष्ट्रीय स्तर पर चलाए जा रहे “स्वच्छता ही सेवा 2025” अभियान के तहत आज एम्स ऋषिकेश में एक विशेष श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान के फैकल्टी सदस्य, नर्सिंग स्टाफ, सफाई कर्मचारी और अन्य कर्मचारियों ने मिलकर परिसर को स्वच्छ करने में भाग लिया। इस अभियान का उद्देश्य देशभर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना और लोगों को स्वच्छता की ओर प्रेरित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के मेडिकल सुपरिटेंडेंट कार्यालय से हुई, और इसे गेट नंबर 2 तक बढ़ाया गया। इस दौरान ‘एक दिन, एक साथ, एक घंटा’ के तहत सभी प्रतिभागियों ने मिलकर श्रमदान किया और परिसर में सफाई अभियान चलाया। सफाई कर्मचारियों के लिए आयोजित प्रतियोगिता में विशेष रूप से प्लास्टिक कचरा एकत्र करने पर जोर दिया गया। इस प्रतियोगिता में सबसे अधिक कचरा एकत्र करने वाले कर्मचारियों को संस्थान द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के समापन पर, डीन एकेडमिक्स प्रो. जया चतुर्वेदी, मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. सत्यश्री बालिजा, और डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. पूजा भदोरिया ने पौधरोपण कर पर्यावरण संवर्धन का संदेश दिया और सभी से अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए योगदान देने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम ने सामुदायिक भावना का परिचय देते हुए स्वच्छता और हरित भविष्य के महत्व को दोहराया और एम्स ऋषिकेश में स्वच्छ, स्वस्थ और पर्यावरण-अनुकूल परिसर बनाए रखने के लिए एक मजबूत कदम उठाया। यह पहल संस्थान द्वारा देशभर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए की गई एक सराहनीय कोशिश है।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के कर्मचारी और छात्र-छात्राएं शामिल हुए, जिन्होंने सामूहिक प्रयासों से इस अभियान को सफल बनाया।